– महिलाओं से दोगुना पुरूषो को एड्स
जिन 703 मरीजों की एचआईवी रिपोर्ट पॉजिटीव आई उनमें 462 पुरूष और 206 महिलाएं है। यानि महिलाओं की अपेक्षा पुरूषों की संख्या दोगुना से भी अधिक है। इसके पीछे डॉक्टर कारण बताते हैं की जांच करवाने में महिलाओं की अपेक्षा पुरूष ज्यादा रूचि लेते हैं। क्योंकि जांच भी 42 हजार 156 पुरूषों की हुइ और 23 हजार 840 महिलाओं की हुई। एसे में पुरूषों की जागरूकता की वजह से उनकी बीमारी भी पहले सामने आई। इनमें से अधिकांश मरीज एसे हैं जिनको शुरूआती दौर में ही लक्षण लगने पर जांच कराई और एड्स के बारे में मालूम पड़ा। नियमित इलाज से वे ठीक भी होंगे। केंद्र और राज्य सरकार इसके लिए सभी दवाईयां दे रही है और हम समय समय पर इनकी जांचे करते रहते हैं।
– दो किन्नर भी एड्स के शिकार
डॉ. छजलानी ने बताया की जागरूकता अभियान हर वर्ग में चलाया गया। जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने इस बार किन्नरों को भी इसकी जांच के लिए कहा। एसे में जिले के १२१ किन्नरों की जांच करवाई गई। इनमें से 2 किन्नरों की रिपोर्ट पॉजिटीव आई है। इनका भी इलाज शुरू कर दिया गया है। एमवाय में नियमित इलाज और दवाईयां दी जा रही है। वहीं 33 गर्भवती महिलाओं को भी एड्स होने की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने सबसे अधिक गर्भवती महिलाओं की ही जांच करवाई थी। 64 हजार 366 गर्भवती महिलाओं की जांच करवाई गई थी।
– एमवाय पहुंचे सबसे अधिक मरीज
जिन केंद्रो से पॉजिटीव मरीज सबसे अधिक सामने आए हैं उनमें एमवाय अस्पताल ही है। मेडिकल कॉलेज में हुई जांचो में सबसे अधिक ४८२ मरीजों की रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी। इसके बाद सबसे अधिक मरीज सीएचसी मल्हारगंज से सामने आए। यहां से २९ मरीज सामने आए। अरबिंदो असपताल से २३, पीसी सेठी अस्पताल से २१, जिला अस्पताल से २३ मरीज सहित अन्य अस्पतालों से भी मरीज सामने आए।