प्रशासन ने घोटाले में लिप्त राशन माफिया भरत दवे, श्याम दवे और प्रमोद दहीगुडे सहित 10 उपभोक्ता भंडारों के संचालक, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व इनसे जुड़े 31 लोगों के खिलाफ पांच थानों में एफआइआर दर्ज करवाई है। मिली भगत होने पर निलंबित जिला खाद्य व आपूर्ति अधिकारी आरसी मीणा को भी आरोपी बनाया गया है। दवे बंधु व दहीगुडे पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर मनीषसिंह ने घोटाले का खुलासा करते हुए बताया, संगठित गिरोह की तरह राशन की कालाबाजारी हो रही है।
नहीं दिया फायदा लॉकडाउन में केंद्र और राज्य ने गरीबों को कई प्रकार से सहायता दी। कई लोगों को इन योजनाओं का पता नहीं चल सका। इसका फायदा उठा कर घोटाले को अंजाम दिया।