फर्जीवाड़े की 81 कंपनियां मिली, क्राइम ब्रांंच करेगी जांच
डाटा उपलब्ध कराने वाले अमित बरफा व अन्य जब्त लेपटॉप से 81 फर्जीवाड़े की कंपनियों का पता चला है। अधिकांश कंपनियां इंदौर से संचालित होती है लेकिन फिलहाल काम बंद कर दिया। मामला बहुत बड़ा हो गया है, राऊ पुलिस इतनी बड़ी कार्रवाई के लिए सक्षम नहींं है। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने मामलेे को गंभीरता से लेते हुए जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। डीसीपी निमिष अग्रवाल की टीम अब सभी संदेही कंपनियों की जांच करेगी।
अमित तोलानी, डीसीपी जोन 1।
डाटा उपलब्ध कराने वाले अमित बरफा व अन्य जब्त लेपटॉप से 81 फर्जीवाड़े की कंपनियों का पता चला है। अधिकांश कंपनियां इंदौर से संचालित होती है लेकिन फिलहाल काम बंद कर दिया। मामला बहुत बड़ा हो गया है, राऊ पुलिस इतनी बड़ी कार्रवाई के लिए सक्षम नहींं है। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने मामलेे को गंभीरता से लेते हुए जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। डीसीपी निमिष अग्रवाल की टीम अब सभी संदेही कंपनियों की जांच करेगी।
अमित तोलानी, डीसीपी जोन 1।
एक-एक लाख वेतन में बनाए एजेंट
पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपियों को पास लोगों को जो डाटा आता है वह उज्जैन, देवास, रीवा, सतना, शाजापुर आदि इलाकों में एजेंट तैनात कर उन्हें दिया जाता है। सभी का काम कॉलिंग कर लोगों को ठगना और बैंक खातों में पैसा जमा कराना होता है। एजेंट को एक-एक लाख का वेतन दिया जाता है। ज्यादा ठगी करने पर बोनस अलग। इंदौर में पुलिस की नजर होने से अब कॉल सेंटर की बजाए एजेंट्स से काम करवाया जा रहा है।
पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपियों को पास लोगों को जो डाटा आता है वह उज्जैन, देवास, रीवा, सतना, शाजापुर आदि इलाकों में एजेंट तैनात कर उन्हें दिया जाता है। सभी का काम कॉलिंग कर लोगों को ठगना और बैंक खातों में पैसा जमा कराना होता है। एजेंट को एक-एक लाख का वेतन दिया जाता है। ज्यादा ठगी करने पर बोनस अलग। इंदौर में पुलिस की नजर होने से अब कॉल सेंटर की बजाए एजेंट्स से काम करवाया जा रहा है।
इंदौर में बैठकर दिल्ली, मुंबई, बंगलुरू, जम्मू के लोगों को ठगा
डीसीपी के मुताबिक, कंपनियां काम इंदौर में करती है लेकिन यहां के लोगों को निशाना नहीं बनाते हुए दूर दराज के लोग खासकर बुजुर्गों को निशाना बनाती है। स्थानीय व्यक्ति ठगी पर तुरंत कार्रवाई कर देता है इसलिए बाहरी व्यक्ति को ठगा जाता है। इंदौर में बैठकर दिल्ली, मुंबई, बंगलुरू, कोलकाता, हैदराबाद, जम्मू तक के लोगों को बनाया निशाना। हरियाणा, पंजाब के लोग भी शिकायत कर चुके है।
एडवाइजरी कारोबार: एक नजर - एक साल में 40 एडवाइजरी कंपनियों के 125 आरोपी गिरफ्तार हुए।
- विजयनगर पुलिस ने 27 फर्जी एडवाइजरी कंपनियों पर केस दर्ज किए।
- विजयनगर पुलिस ने ठगाए लोगों को 10 करोड़ वापस करवाए।
- कंपनियों द्वारा 200 से 250 करोड़ की ठगी का अंदेशा।
- फॉरेन ट्रेडिंग फ्रॉड गिरोह पकड़ाया, इस गिरोह ने की 50 करोड़ की ठगी
- सरगना अतुल व उसकी पत्नी दुबई में छिपे
- विजयनगर पुलिस ने 27 फर्जी एडवाइजरी कंपनियों पर केस दर्ज किए।
- विजयनगर पुलिस ने ठगाए लोगों को 10 करोड़ वापस करवाए।
- कंपनियों द्वारा 200 से 250 करोड़ की ठगी का अंदेशा।
- फॉरेन ट्रेडिंग फ्रॉड गिरोह पकड़ाया, इस गिरोह ने की 50 करोड़ की ठगी
- सरगना अतुल व उसकी पत्नी दुबई में छिपे