आजादी का एक मायना यह भी: घंटों ड्यूटी के बाद हर रविवार बस्ती के बच्चों को शिक्षित करने पहुंच जाता है सिपाही
इंदौरPublished: Aug 12, 2019 03:18:31 pm
बेटी को लेकर एसएसपी भी पहुंचीं पाठशाला, बच्चों ने सुनाए गीत
आजादी का एक मायना यह भी: घंटों ड्यूटी के बाद हर रविवार बस्ती के बच्चों को शिक्षित करने पहुंच जाता है सिपाही
इंदौर. द्वारकापुरी थाने में पदस्थ सिपाही संजय चावरे घंटों मशक्कत वाली ड्यूटी करने के बाद हर रविवार लालबाग बस्ती पहुंचकर 4 घंटे बच्चों के बीच रहकर उन्हें शिक्षित करने का प्रयास करते है। बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए जारी अभियान में रविवार को एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र अपनी बेटी को लेकर पहुंची।?सिपाही की पाठशाला में उन्होंने बच्चों संग समय बिताया।?सूर्यदेव नगर निवासी चावरे करीब 4 साल से लालबाग बस्ती में जाकर बच्चों को पढ़ा रहा है। उसका प्रयास है, बच्चे गलत राह पर न चलें और पढ़-लिखकर भविष्य अच्छा बनाएं। संजय के पिता चौकीदारी करते हैं, जबकि मां घरों में काम करती हैं। परिवार में 3 बहनें, व 1 छोटा भाई है। संजय ने पढ़ाई के साथ गैरेज व अगरबत्ती कारखाने में काम किया। 1 साल पहले पुलिस विभाग में चयन हुआ और अब द्वारकापुरी थाने में पदस्थ है। पुलिस की घंटों मशक्कत वाली ड्यूटी के बाद भी हर रविवार अपनी पाठशाला में 4 घंटे बच्चों के बीच बिताता है। इस काम को ऑपरेशन स्माइल नाम दिया है।
बच्चों के सही जवाब पर सिपाही को शाबाशी
एसएसपी मिश्र को सिपाही के प्रयास की जानकारी मिली तो रविवार दोपहर वे अपनी मासूम बेटी मिष्ठी को लेकर उसकी पाठशाला में पहुंच गईं। बच्चों के बीच एसएसपी ने पाठशाला में होने वाली पढ़ाई की जानकारी ली। बच्चों ने उन्हें कविता व गीत सुनाए। पढ़ाई को लेकर सवाल पूछे तो बच्चों ने सही-सही उत्तर दिए। इस पर एसएसपी ने सिपाही संजय की पीठ भी थपथपाई। बच्चों से पूछा, पढक़र क्या बनना चाहते हैं तो जवाब मिला- पुलिस या आर्मी। एसएसपी ने उनकी हर तरह से मदद का आश्वासन भी दिया। साथ ही चॉकलेट बांटी और स्कूल बैग भी गिफ्ट किए।