पलक के द्वारा भय्यू महाराज को धमकाने की बात सामने आ रही है। आरोप है कि मां की देखभाल के लिए नौकरी पर रखी गई पलक भय्यू महाराज से शादी के लिए दबाव बना रही थी। उसने एक साल में शादी का अल्टीमेटम दिया था, अल्टीमेटम 16 जून 2018 को खत्म हो रहा था, महाराज ने घबराकर चार दिन पहले 12 जून को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
विनायक भय्यू महाराज का पुरानी सेवादार व विश्वसनीय थी, शरद भी प्रमुख सेवादार था। वर्ष 2015 में युवती पलक की महाराज के घर में इंट्री हुई थी। आरोप है कि योजनाबद्ध तरीके से पलक को विनायक ने ही नौकरी दिलाई थी। भय्यू महाराज की बीमार मां की केयर टेकर के रूप में उसने काम शुरू किया और धीरे-धीरे महाराज की नजदीकी हो गई थी। आरोप है कि भय्यू महाराज से युवती के संबंध बन गए थे जिसके कारण वह शादी करने का दबाव बना रही थी। भय्यू महाराज ने बाद में आयुषी से शादी कर ली थी। कुछ समय तो पलक चुप रही लेकिन बाद में वह शादी के लिए दबाव बना रही तथी। सेवादार विनायक व शरद भी उसके साथ हो गए थे। डॉ. चौबे के मुताबिक, बयानों से पता चला कि पलक ने भय्यू महाराज को शादी करने के लिए एक साल का अल्टीमेटम दिया था। एक साल का अल्टीमेटम 16 जून 2018 को पूरा हो रहा था, युवती लगातार दबाव बना रही थी। सेवादार भी महाराज को कह रहे थे कि आयुषी को छोड़कर पलक से शादी नहीं की तो वह दाती महाराज जैसा हश्र कर देगी। 10 जून को दाती महाराज पर बलात्कार का केस दर्ज हुआ था जिसके कारण युवती को लेकर भय्यू महाराज दबाव में थे। परेशान होकर उसने अल्टीमेटम खत्म होने के चार दिन पहले ही खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
एएसपी डॉ. प्रशांत चौबे के मुताबिक, जांच में पता चला कि विनायक व शरद का भय्यू महाराज पर काफी प्रभाव हो गया था। वह चाहते तो परिवार से मिलने देते अन्यथा मूड ठीक नहीं होने की बात कहकर टाल देते थे। उनकी दूसरी पत्नी आयुषी को भी विनायक भय्यू महाराज से मिलने से रोकता था। यह बात भी सामने आइ कि महाराज को मानसिक तनाव में रखने के लिए सेवादार जेलफ्रेश नामक गोली देता था। विनायक के पास यह गोली होती थी, किसी को गोली का पता नहीं चले इसलिए उसे रेपर से निकालकर एक पारदर्शी पोलिथीन में रखा जाता था ताकि नाम पता न चले। इस गोली का इस्तेमाल नींद नहीं आने पर होता है, लगातार गोली देने से मानसिक दबाव में रहते थे। आरोप है कि हमेशा अपने दबाव में रखने के लिए उन्हें एडिक्ट बनाया जा रहा था।
भय्यू महाराज के साथ सालों से विनायक साए की तरह रहता था। उनके सारे काम करता था, यहां तक की घर खर्च के पैसे भी परिवार को उसी से मांगना पड़ते थे। जब भय्यू महाराज ने आत्महत्या की तो उनके सुसाइड नोट में भी विनायक पर सबसे ज्यादा विश्वास होने की बात लिखी थी। सुसाइड नोट में लिखा था, मैं तनाव में हूं और तंग आ गया हूं। एक पेज पर तनाव की बात लिखी तो दूसरे पेज पर विनायक पर विश्वास की बात लिखी थी। महाराज ने लिखा था, मुझे विनायक पर विश्वास है इसलिए उसे फाइनेंस, प्रापर्टी, बैंक अकाउंट की साइनिंग अथॉरिटी की जिम्मेदारी दे रहा हूं।