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पार्षद उडा रहे आचार संहिता का खुला मजाक

locationइंदौरPublished: Oct 10, 2018 11:10:20 pm

Submitted by:

amit mandloi

अपने दफ्तरों से ही सरकारी योजनाओं का लाभ बांट रहे जनता को
 

aachar sanhita news

पार्षद उडा रहे आचार संहिता का खुला मजाक

इंदौर.
दिन – 10 अक्टूबर 2018, बुधवार

समय – दोपहर १.२३ बजे
स्थान – मूसाखेड़ी से शिवनगर जाने वाले रोड पर वार्ड 51 की पार्षद वंदना यादव का दफ्तर

विधानसभा-5 में रिंग रोड से शिवनगर की ओर जाने वाले रास्ते पर स्थित पार्षद वंदना यादव के दफ्तर के बाहर टेंट लगा हुआ था। जिसमें जनता के बैठने के लिए मेज कुर्सी लगी हुई थी। वहीं दफ्तर के बाहर और अंदर महिला और पुरूषों की भीड़ लगी थी। इनके हाथों में आधार कार्ड, बैंक पासबुक और राशनकार्ड की फोटोकॉपी, फोटो और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के फार्म थे। अंदर की ओर तीन लडक़े थे। एक अंदर लगे काउंटर के पीछे बैठा था, जबकि एक साइड में कुर्सी पर और तीसरा खड़ा होकर आने वालों से बात कर रहा था। यहां जो भीड़ लगी थी वो सभी अपना फार्म जमा करवाने के लिए बार-बार इन तीनों लडक़ों से पूछ रहे थे वो भी उनके फार्म और दस्तावेज देखने के बाद उनसे 120 रुपए लेते और फार्म अपने पास रख लेते। यदि कोई पूछता लोन कब तक होगा तो वे इतना ही कहते जल्द हो जाएगा। जब फार्म भरवाने वालों से पूछा गया की आचार संहिता के बाद भी फार्म भरवा रहे हो तो उनका कहना था पार्षद बाहर बैठे हैं, उनसे बात कर लें। बाहर पास की दुकान में ही पार्षद के पति कमल यादव कुछ लोगों के साथ बैठकर चाय-नाश्ता कर रहे थे।
आचार संहिता के नाम पर प्रशासन ने पूरे शहर में सख्ती बरत रहा है, दूसरी ओर भाजपा पार्षद के द्वारा खुले तौर पर आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है। लेकिन उन्हें रोकने वाला कोई नहीं था। अकेले अपने दफ्तर से ही नहीं बल्कि दफ्तर से महज 20 मीटर की दूरी पर मौजूद एक मंदिर की आड़ में भी जनता से अन्य योजनाओं के फार्म भरवाने के साथ ही डाकघर में खाते खुलवाने का काम भी एजेंट्स के जरिए करवाया जा रहा था। वहीं इसके लिए बकायदा पार्षद ने प्रचार प्रसार करवाया था। क्षेत्र की जनता में पर्चे बंटवाएं गए थे, जिसमें सरकारी योजनाओं के तहत सरकारी लोन योजनाओं के लिए सहायता शिविर की जानकारी दी गई थी।
नहीं होंगे जिम्मेदार
आचार संहिता लगने के बाद भी सरकार का प्रचार प्रसार करने के इस काम में खुद के फंसने की स्थिति को देखते हुए जनता में बांटे गए पर्चों में एक लाइन पार्षद की ओर से लिखवा दी गई थी। जिसमें लिखा गया था कि इस शिविर कार्य में पार्षद और कार्यालय का कोई भी सदस्य जिम्मेदार नहीं है। यह शिविर सरकारी योजनाओं से लाभान्वित कराने के लिए सफल प्रयास है।
निजी एजेंसी के जरिए भरवा रहे फार्म
आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले पार्षद के द्वारा फार्म भरवाने का काम एक निजी एजेंसी के जरिए करवाया जा रहा था। यहां पर जनता से फार्म लेने वाले तीनों लडक़े श्री बालाजी सर्विसेस एंड कंस्लटेंसी, नंदानगर के कर्मचारी थे।
0 हमें आचार संहिता से मतलब नहीं है हमें हमारे बॉस ने बोला था इसलिए फार्म ले रहे थे।

– अक्षय पाटिल, कर्मचारी, श्री बालाजी सर्विसेस एंड कंस्लटेंसी

0 जनता परेशान हो रही थी इसलिए ये अंदर बैठ गए थे, हमने पर्चे में पहले ही लिख दिया था इससे हमारा कोई लेना देना नहीं है।
– कमल यादव, पार्षद प्रतिनिधि

(जिला निर्वाचन अधिकारी का वर्शन रणवीरसिंह कंग देंगे)

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