भाजपा नहीं, नमो का समर्थन भाजपा प्रत्याशी के नाम की घोषणा के बाद से एबीवीपी ने विस्तृत कार्यक्रम तैयार कर लिया था। शुरुआती दिनों में कॉलेजों में मतदाता जागरूकता अभियान चलाकर छात्रों, फैकल्टी व स्टाफ को मतदान के लिए प्रेरित किया। कॉलेजों में बौद्धिक कार्यक्रम भाषण, वाद-विवाद गतिविधि के साथ प्रमुख चौराहों पर नुक्कड़ नाटक भी हो रहा है। एबीवीपी पदाधिकारी इसे गैर-राजनीतिक गतिविधि बता रहे हैं, हालांकि रविवार से नमो कैंपेन की शुरुआत की। इसमें पदाधिकारी और कार्यकर्ता नमो अगेन की टी-शर्ट पहनकर केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं।
संघवी के प्रचार में भी साथ एनएसयूआई कार्यकर्ता कांग्रेस प्रत्याशी पंकज संघवी के प्रचार के दौरान साथ घूमकर केंद्र सरकार की नाकामियां और प्रदेश की कांग्रेस सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं। कई बूथों की जिम्मेदारी भी एनएसयूआई ने अपने हाथ में ले ली है। इसके अलावा जिन कॉलेजों में एनएसयूआई का दबदबा है, वहां के छात्रों को भी जोडऩे के प्रयास जारी हैं।
लोकसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा मतदान के लिए एबीवीपी मतदाता जागरूकता अभियान चला रही है। युवाओं को जोडऩे के लिए नमो कैंपेन शुरू किया है।
– वीरेंद्रसिंह सोलंकी, नगर मंत्री, एबीवीपी एनएसयूआई का हर कार्यकर्ता पूरी तरह कांग्रेस के साथ है। हम प्रचार से लेकर बूथ मैनेजमेंट तक कंधे से कंधा मिलाकर सक्रिय हैं। छात्रों को भी जोडऩे का प्रयास कर रहे हैं।
अमित पटेल, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष