इंदौर

नगर निगम के निर्माणाधीन डिवाइडर का सरिया स्कूटी सवार छात्र की जांघ से हुआ आर पार

जूनी इंदौर थाना क्षेत्र का मामला, आधे घंटे 11 वर्षीय छात्र मार्ग पर तड़पता रहा, स्थानीय लोगों ने पुलिस के साथ मिलकर ग्राइंडर व कटर से सरिया काटा
 

इंदौरJun 01, 2019 / 11:40 pm

Krishnapal Chauhan

accident

टॉवर चौराहे से जूनी इंदौर तरफ जा रहे स्कूटी सवार दो भाई शनिवार को अज्ञात वाहन की टक्कर से असंतुलित होकर गिए गए। इस दौरान पीछे बैठा ११ वर्षीय छात्र नगर निगम के निर्माणाधीन डिवाइडर की चपेट में आ गया। बताया जा रहा डिवाइडर के जिस हिस्से की तरफ छात्र गिरे वहां कुछ बंधे सरिए उनके वाहन की विपरित दिशा की ओर रोड पर निकले थे। लापरवाही पूर्वक बन रहे डिवाइडर की वजह से पलभर में खुला सरिया सीधे छात्र की जांघे से टकराते हुए स्कूटी के पिछले हिस्से में घुस गया। जिससे दोनों सडक़ पर गिर गए। मौके पर पहुंचे लोगों ने छात्र के पैर से आर पार सरिया करीब १० फीट निकला देखा तो वे घबरा गए। उन्होंने दर्द से तड़प रहे बच्चे की जांघ में फंसा सरिया करीब आधे घंटे की कड़ी मेहनत से पुलिस के साथ मिलकर निकाला।
जानकी नगर स्थित बुआ के घर से निकले वेदांश और उनका छोटा भाई आरव उर्फ सूर्याश ११ निवासी शंकरगंज, जिंसी का शाम करीब सवा सात बजे टॉवर चौराहे के समीप एक्सीडेंट हो गया। दोनों टॉवर चौराहे से जूनी इंदौर ब्रिज की तरफ स्कूटी से जा रहे थे। तभी दोनों नगर निगम के अंतर्गत लापरवाहीपूर्वक बन रहे निर्माणाधीन डिवाइडर की चपेट में आ गए। रोड पर गिरते ही आरव गंभीर रूप से घायल हो गया। वह जोर से चिल्लाने लगा। गिरने से बड़ा भाई भी घायल हुआ। दुर्घटना देख हर कोई छात्र की मदद के लिए दौड़ पड़ा। वहीं एक इलेक्ट्रॉनिक शोरूम में काम करने वाले दीपक भीड़ देख पहुंचे। उन्होंने देखा की स्कूटी के साथ घायल पड़ा ११ वर्षीय छात्र दर्द से तड़प रहा है। उसके पैर के जांघ वाले हिस्से में डिवाइडर का करीब १२ फीट सरिया आर पार हो गया है। दुर्घटना देख हर कोई घबरा गया। तत्काल पुलिस को सूचना देकर बुलाया गया। इस दौरान पास में चल रही एक साइट से पुलिस ने सरिया कटर व ग्राइंडर मंगवाया। दीपक ने बताय की उन्होंने शोरूम से बिजली का लंबा तार डाल ग्राइंडर व कटर चालू कराया। सभी घायल को बचाना चाहते थे। पुलिस ने एेंबुलेंस को भी बुलाया। लेकिन सरिया का एक हिस्से जांघ के एक हिस्से से घुसकर कमर के पिछले हिस्से से आर पार होकर निकला था। उक्त सरिए का हिस्सा स्कूटी के पिछले हिस्से को भेदता हुआ करीब १० फीट आगे निकल चुका था।
आधे घंटे की मशक्कत के बाद सरिया कटा

दीपक व अन्य लोगों ने बताया की कटर से जैसे ही सरिया काटने का प्रयास किया तो वह वाइब्रेट करने लगा। झुनझुनाहट से आरव चिल्लाते हुए रोने लगा। पूरे समय वह कराहता रहा। इस दौरान टीआई देवेंद्र कुमार व उनकी टीम ने बड़ा कटर मंगवाया। कटर से सरिया काटने के बाद वह कमर के पिछले हिस्से से डेढ़ फीट बाहर निकला दिख रहा था। दर्द अधिक होने पर एेंबुलेंस के डॉक्टर ने कमर के हिस्से पर इंजेक्शन दिया। वहीं मौके पर जानकी नगर में रहने वाली घायल की बुआ व अन्य परिजन भी पहुंच गए थे। इस दौरान कई लोगों ने एक साथ आरव को उठाकर एेंबुलेंस में रखा। रात करीब नौ बजे डॉक्टर ने एक्स रे किया। इसके बाद परिजन की मौजूदगी में आरव को ऑपरेशन थियेटर भेजा गया।
लापरवाही की वजह से हुआ एक्सीडेंट
मदद करने पहुंचे लोगों ने घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विगत दो माह से रोड पर डिवाइडर निर्माण कार्य चल रहा है। कारीगर ने कुछ सरिए ठीक बांधे तो कुछ छोड़ दिए है। कुछ सरिए तो वाहन की विपरित दिशा में खुले हुए है। यदि वजह रही जब स्कूटी असंतुलिस होकर गिरी तो पीछे बैठे छात्र की जांघ को चिरता हुआ सरिया उसके कमर के पिछले हिस्से को भेदता हुआ बाहर निकल गया। जिससे दोनों गिर पड़े। यदि खतरनाक डिवाइडर को समय रहते निगम बनवा देती तो छात्र इस दुर्घटना से बच सकते थे।
स्कूटी को अज्ञात वाहन ने पीछे से मारा कट

भतीजे आरव का हॉस्पिटल उपचार कराने पहुंची उनकी बुआ ने बताया की वे जानकी नगर में रहती है। आरव व उनके बड़े भाई वेदांश उनसे मिलने घर आए थे। वे चाहती थी दोनों उनके पास रूके रहे। शाम को दोनों स्कूटी से घुमने निकल गए। उनका कहना है कि घटना की सूचना मिलते वे मौके पर पहुंची। वहां पहुंच पता चला कि किसी गाडी वाले ने स्कूटी को पीछे से कट मारा है। जिससे स्कूटी चला रहे वेदांश का संतुलन बिगड़ गया। दोनों डिवाइडर की तरफ गिरे। इस दौरान डिवाइडर से निकला सरिया आरव के पैर से आरपार हो गया। वे हॉस्पिटल में उपचार के दौरान अपने भतीेजे को दुलारती रही। कहने लगी बच्चा आप जल्दी ठीक हो जाओगे।
निगम इंजीनियर और ठेकेदार पर हो केस दर्ज, सरिए पर बांधे लाल कपड़े
घटना की जानकारी लगते ही मौके पर व्यापारी अशोक गुरवानी पहुंचे उन्होंने बताया, तीन माह होने आए अब तक निगम डिवाइडर नहीं बना पाया। पहले डिवाइडर के लिए खोदा गया। अब एक माह से काम रूका हुआ है। टॉवर चौराहे से जूनी इंदौर ब्रिज की तरफ करीब ३०० मीटर से अधिक हिस्से में डिवाइडर का जाल बांधकर उसे लापरवाहीपूर्वक खुला छोड़ दिया है। रोज एक्सीडेंट होते है लेकिन कोई कुछ नहीं कहता। निगम को बड़े एक्सीडेंट का इंतजार था। वहीं मौके पर व्यापारी गोपाल कोडवानी व मनोज का कहना है कि फिर कोइ दर्दनाक एक्सीडेंट का शिकार न हो। इसके लिए उन्होंने व्यापारियों के साथ मिलकर डिवाइडर के सरिए पर लाल कपड़ा बांधा है। ताकि उसे देख हर कोई खतरे को समय पर भांप कर उससे दूर होकर वाहन चला सके। उन्होंने इस संबंध में ठेकेदार व निगम के इंजीनियर के खिलाफ कमीश्नर के समक्ष शिकायत करने की बात कही है। उनकी मांग है मामले में दोनों के खिलाफ पुलिस आपराधिक प्रकरण दर्ज करें।
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