घटना की जानकारी मिलने पर इंदौर से रिश्तेदार सांरगपुर पहुंचे। पोस्टमॉर्टम के बाद चारों शव को इंदौर लाया गया। शैलेष की पत्नी कविता इंदौर में ही थी। उसे हादसे की जानकारी नहीं दी गई। जब पति व सास-ससुर के शव घर पहुंचे तो वे बेसुध हो गई। बार-बार वह बेटे के बारें में पूछ रही थी। वही भाई की मौत की जानकारी पर तो वह जोर-जोर से रोने लगी। एक हादसे में पूरा परिवार खत्म हो गया। सोमवार शाम अमरसिंह, पत्नी सियादुलारी, शैलेष की शवयात्रा निकली। उसी समय कुछ दूरी से सुशील की शवयात्रा निकली।
महंत सोमेश्वर गिरी की हुई मौत वहीं दूसरी कार में सवार औरंगाबाद के पंच दशनाम जूना अखाड़ा के महंत सोमेश्वर गिरी महाराज (65) की मौत हो गई, जबकि अनंत गिरि (46), अभिषेक कदम (20), कैलाश चोपड़े (14), कार ड्राइवर सार्थक बाघ (22) निवासी औरंगाबाद घायल हुए। वे लखनऊ जा रहे थे।
सीएम ने किया ट्वीट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर घटना पर दु:ख व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, राजगढ़ के सारंगपुर में कई अमूल्य जिंदगियों के असमय काल के ग्रास बन जाने का दुखद समाचार मिला। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजन को यह दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। विनम्र श्रद्धाजंलि।