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हादसों का बायपास, एक्सीडें स्पॉट की रिपोर्ट पेश, एनएचएआइ तक पहुंची पुलिस

locationइंदौरPublished: Nov 27, 2022 03:05:35 pm

पत्रिका लगातार: कमिश्नर ने सभी एक्सीडेंट स्पॉट की अधिकारियों से कराई समीक्षा, जल्द होगी बैठक

इंदौर. सडक़ दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने प्रयास तेज किए है। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने पुलिस अधिकारियों से सभी एक्सीडेंट स्पॉट की जांच कराई। हादसों के स्पॉट बन गए बायपास की तकनीकी कमियों की ओर एनएचएआइ का ध्यान आकर्षित कर वहां सुधार के लिए कहा है।
इस साल शुरुआती दस महीनों में जिले में पिछले साल के मुकाबले करीब 30 प्रतिशत ज्यादा मौतें हुई है। सडक़ दुर्घटनाओं का मुख्य गढ़ हाई वे बन गए है। शहरी व ग्रामीण इलाके में आने वाले बायपास पर ज्यादा दुर्घटनाएं हुई है। 10 महीने में थाना लसूडिय़ा में जहां 44 तो तेजाजीनगर इलाके में 32 मौतें हुई है और अधिकांश बायपास पर है। कमिश्नर ने सभी एडिशनल डीसीपी को एक्सीडेंट स्पॉट पर जाकर हादसों के कारणों की जांच करने के लिए कहा और रिपोर्ट हासिल की है। एडिशनल डीसीपी जयवीरसिंह भदौरिया ने एनएचआइ की तकनीकी परेशानी व डिवाइडर के निर्माण के लिए कहा है। कमिश्नर मिश्र के मुताबिक, हादसे रोकने के लिए पुलिस प्रयासरत है। अधिकारियों से रिपोर्टली है, जल्द ही बैठक करेंगे और सुधार के लिए अन्य विभागों की मदद लेंगे।
रालामंडल चौराहे के पास तकनीकी कमी, इस तरह करें सुधार
एडिशनल डीसीपी जयवीरसिंह भदौरिया ने थाना तेजाजीनगर व राऊ इलाके के बायपास का दौरा कर एक्सीडेंट स्पॉट की समीक्षा की। उन्हंने अपनी रिपोर्ट में माना कि, बायपास के रालामंडल चौराहे पर 100 फीट पर डिवाइडर नहीं है। यह 6 लेन है और सर्विस रोड है। यहांं दोनों ओर की सडक़ ऊंंची-नीचे है, यू टर्न के दौरान चढ़ाई में वाहन चालक स्पीड बढ़ाते है और एक्सीडेंट हो जाता है। उन्होंने सुधार के लिए सुझाव भी दिए। इसके तहत यहां स्पीड ब्रेकर है जिसे 100-100 फीट की दूरी पर बनाया जाना चाहिए। दोनों लेन को ऊंचाई का अंतर कम करने की जरुरत है। कैलोद फाटे से 100 मीटर की दूरी पर ओवर ब्रिज है जहां से वाहन स्पीड में आता हैै। यहां डिवाइडर में कट है जिसके कारण एक्सीडेंट होते है, इसे बंद करने की जरूरत है।
स्पीड ब्रेकर बनाने, स्पीड रडार से लगातार चेकिंग की जरुरत
एडिशनल डीसीपी राजेश व्यास ने लसूडिय़ा इलाके के बायपास की ओर भी अपनी रिपोर्ट में ध्यान आकर्षित किया। व्यास के मुताबिक, लसूडिय़ा बायपास पर सर्विस रोड पर रांग साइड वाहन आते है जो दुर्घटना का कारण है। सर्विस रोड पर भी वाहनों की गति भी तेज होती है। यहां स्पीड ब्रेकर बनाने की जरुरत है। यहां ओवर ब्रिज निर्माण प्रस्तावित है जिससे जल्द बनाने की जरुरत है ताकि रांग साइड वाहनों की समस्या को हल हो। साथ ही सर्विस रोड पर तेज गति से आने वाले वाहनों को रोकने के लिए नियमित स्पीड गन रडार से चेकिंग की भी आवश्यकता है।
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