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फर्जी आयुष्मान कार्ड से हुआ सरकारी अस्पतालों मेें हुआ इलाज, प्रशासन करेगा जांच

locationइंदौरPublished: Sep 19, 2021 09:13:44 pm

फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले आरोपी रिमांड पर

फर्जी आयुष्मान कार्ड से हुआ सरकारी अस्पतालों मेें हुआ इलाज, प्रशासन करेगा जांच

फर्जी आयुष्मान कार्ड से हुआ सरकारी अस्पतालों मेें हुआ इलाज, प्रशासन करेगा जांच


इंदौर. फर्जी प्रमाण पत्र बनाने वाले आरोपियों को पुलिस ने दो दिन के लिए रिमांड पर लिया है। आशंका है कि आरोपियों द्वारा बनाए गए फर्जी आयुष्मान कार्ड के जरिए सरकारी अस्पताल में इलाज भी करा लिया है। प्रशासन व स्वास्थ विभाग भी इस मामले में जांंच करेगी।
बाणगंगा टीआइ राजेंद्र सोनी के मुताबिक, फर्जीवाड़े में गिरफ्तार अजय हिरे व प्रदीप को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपियों ने ऑनलाइन केंद्र के माध्यम से आरोपी लोगों के फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, अंकसूची, आयुष्मान कार्ड भी बनाए थे। आरोपियों ने पश्चिम बंगाल के किसी व्यक्ति से अक साफ्टवेयर खरीदा था जिसके जरिए वे सारा फर्जीवाड़ा कर रहे थे। आरोपियों के साफ्टवेयर की खासियत थी कि उससे रिकॉर्ड एक दिन बाद डिलीट हो जाता था जिसे आरोपियों ने कितने फर्जी दस्तावेज बनाए वह साफ नहीं हो पाया। हालांकि 8-10 फर्जी आयुष्मान कार्ड व आधार कार्ड जब्त किए है। आशंका है कि आरोपियों द्वारा बनाए फर्जी आयुष्मान कार्ड से सरकारी अस्पताल में इलाज की बात भी सामने आई है। प्रशासन व स्वास्थ विभाग के अफसरों ने संज्ञान लेकर पुलिस से संपर्क किया है, विभाग भी इसकी जांच करेंगे।
पुलिस ने आरोपी से मिली जानकारी के आधार पर मूसाखेड़ी से देवीलाल को पकडा है। आरोपियों के लिए देवीलाल एजेंट का काम करता था। वह कलेक्टर ऑफिस के आसपास सक्रिय रहता और जब कोई प्रमाण पत्र बनाने आता तो उसे जल्द काम कराने का झांसा देकर आरोपियों के पास ले आता था।
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