यह बात परमावतार श्रीकृष्ण में यशोदा का किरदार निभा रही एक्ट्रेस गुनगुन उपरारी ने पत्रिका ऑफिस में विशेष बातचीत में कही। उन्होंने बताया, फैमिली और कॅरियर को मैनेज करने के लिए मैंने जहां शो का सेट था, वहीं कमरा किराए से लिया और जब भी थोड़ा टाइम मिलता था मैं घर चली जाती थी। इस जर्नी में मेरे हसबैंड ने काफी सपोर्ट किया। टीवी इंडस्ट्री में ऐसा मौका बहुत ही कम लोगों को मिलता है। उस समय मेरी बेटी सिर्फ डेढ़ साल की थी। कई बार ऐसा होता था कि साड़ी में माइक लगा रहता था और मैं घर चली जाती थी। अपने पूरे कॅरियर में मुझे वह टाइम सबसे ज्यादा चैलेंजिंग लगा, क्योंकि आप ऑफ द कैमरा भी बहुत बड़ा रोल निभा रहे थे और वहां भी परफेक्शन का होना उतना ही जरूरी था।
इंडस्ट्री में हो रहे पॉजिटिव बदलाव गुनगुन बताती है कि साल 2008 से 2018 में इंडस्ट्री में कई बदलाव देखने को मिले। उनमें सबसे बेहतर यह है कि अब काम के घंटे फिक्स कर दिए हैं। मैं 11 घंटे काम करती हूं। कई सालों पहले एक्टर्स कई घंटे लगातार काम करना पड़ता था। ये एक सकारात्म बदलाव है।
लोगों से कनेक्ट होना जरूरी जब आप कोई किरदार करते हैं तो सबसे जरूरी बात होती है कि आपका उस किरदार के लिए खुद को और लोगों को कन्वींस कर सकें। उस भूमिका में लोग आपसे एक क नेक्टिविटी फील करें। इसके अलावा उस किरदार को निभाने की आपकी क्षमता और वातावरण आपके अभिनय को बेहद ज्यादा प्रभावित करता है।