scriptशक्कर बर्फी की जगह आ रहा मिलावटी मावा | Adulterated mawa coming in place of sugar barfi | Patrika News

शक्कर बर्फी की जगह आ रहा मिलावटी मावा

locationइंदौरPublished: Aug 14, 2019 01:44:20 pm

कलेक्टर से मिलने पहुंचे व्यापारी, कहा रोज ले सेंपल: फैट कम आने पर नहीं करें कार्रवाई

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शक्कर बर्फी की जगह आ रहा मिलावटी मावा

इंदौर. मिलावटखोरों के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई और रासुका जैसे सख्त कार्रवाई होने के बाद शहर के मावा व्यापारी मंगलवार को कलेक्टर से मिलने पहुंचे। व्यापारियों ने कलेक्टर से कहा मावे की जांच के दौरान यदि एक भी फैट कम आता है, तो सेंपल फेल हो जाता है, जबकि मौसम के अनुसार दूध के फैट में बदलाव होते रहते है। शासन को चाहिए कि जांच के मानक में बदलाव किए जाने चाहिए। उन्होंने इस बात के भी आरोप लगाए हैं कि शक्कर बर्फी के नाम पर गुजरात से बड़ी मात्रा में मिलावटी मावा शहर में आ रहा है। व्यापारियों ने मिलावटखोरों पर कार्रवाई का समर्थन किया है, लेकिन नियमों में बदलाव की मांग भी रखी।
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बता दें कि हाल ही में इंदौर जिले में कलेक्टर लोकेश जाटव मिलावटखोरों के खिलाफ पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए रासुका लगाई। इसके बाद से ही मावा व्यापारियों में हड़कंप है। मंगलवार को पीपली बाजार के व्यापारी मिलने पहुंचे। व्यापारियों ने कहा वे भी मिलावटखोरों के खिलाफ है और उनके पास जो सूचनाएं आती हैं वे प्रशासन तक भी पहुंचाते हैं। व्यापारी कमल कुमार शंकरलाल मावे वाले का कहना था कि प्रशासन और खाद्य विभाग की कार्यवाही उचित है, लेकिन कम फेट पाए जाने पर जो रासुका की कार्यवाही हो रही है वह गलत है। उनका कहना है विभाग के अधिकारी रोजाना आकर जांच करें और सेंपल लेकर जाएं। व्यापारियों को कोई एतराज नहीं है, लेकिन रासुका जैसी कार्यवाही से व्यापारी भयभीत हैं।
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प्रशासन द्वारा की जा रही रासुका की कार्रवाई से अब इन सभी व्यपारियों को डर सता रहा है कि कभी भी उन पर रासुका की कार्रवाई हो सकती है। जबकि वो सभी पिछले कई वर्षों से शुद्ध मावा ही शहर की जनता को बेच रहे हैं।
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