इंदौर

लाखों की धोखाधड़ी करने वाली इस कंपनी की मालकिन मैटरनिटी लीव के कारण बच गई जेल जान से

फौजी से धोखाधड़ी करने वाले एडवाइजरी कंपनी के 20 कर्मचारी गिरफ्तार, संचालिका सहित 25 पर केस दर्ज, सोशल मीडिया की फर्जी प्रोफाइल पर खूबसूरत युवती का फोटो लगाकर ठगी के लिए करते थे हनी ट्रेप

इंदौरJul 09, 2019 / 10:04 pm

प्रमोद मिश्रा

लाखों की धोखाधड़ी करने वाली इस कंपनी की मालकिन मैटरनिटी लीव के कारण बच गई जेल जान से



इंदौर। जम्मू कश्मीर में पदस्थ फौजी राजेंद्रसिंह से करीब 24 लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने ट्रेड इंडिया रिसर्च एडवाइजरी कंपनी की संचालिका नेहा गुप्ता सहित 25 आरोपियों पर केस दर्ज किया है। संचालिका नेहा गुप्ता अभी मैटरनिटी लीव पर चल रही है इसलिए पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल नहीं भेजा। 6 क 20 कर्मचारियों को गिरफ्तार भी कर लिया है, सभी आरोपी कंपनी में अलग अलग विंग के हैड्स व प्रमुख पद पर थे। इस बीच यह बात भी सामने आई है कि कंपनी ने ठगी के लिए एक तरह से हनी ट्रेप किया। सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाए जिस पर खूबसूरत युवती के फोटो लगाकर लोगों को आकर्षित करते और फिर उन्हें निवेश के नाम पर ठगते। निवेश के लिए मुख्य टारगेट दूरदस्थ इलाकों में रहने वाले लोग होते थे ताकि वे ठगी पर आसानी से शिकायत करने न आ सके।
विजयनगर पुलिस ने राजेंद्रसिंह की शिकायत पर कंपनी की संचालिका नेहा गुप्ता पति प्रदुम्न निवासी छत्रपति नगर एयरपोर्ट रोड व अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज करने के बाद कंपनी के ऑफिस पर छापा मारा था। बाद में पता चला कि कंपनी कॉल सेंटर की तरह काम कर रही थी। वहां करीब 300 कर्मचारियों का स्टाफ था जो दिनभर लोगों को कालिंग कर निवेश के बहाने ठगी के लिए शिकार बनाता था। इनके पास करीब लाखों लोगों को डाटा था। करीब 7 लाख लोगों को काल किए जा चुके थे। कंपनी ने पहले 26 हजार ग्राहक बनाए थे। कंपनी की बातों में आकर घाटा होने पर 21 हजार ने नाता तोड़ लिया जबकि 5 हजार क्लाइंट अब भी है।
इन लोगों को किया गिरफ्तार
कंपनी संचालिका नेहा गुप्ता के खिलाफ केस दर्ज किया है लेकिन अभी गिरफ्तार नहीं किया। कंपनी के डिप्टी सेल्स मैनेजर मंदार पिता श्यामकांत कुलकर्णी निवासी राजेंद्रनगर, आइटी डिपार्टमेंट हैड अशोक कुमार पटेल पिता वैधनाथ पटेल निवासी पूनम पैलेस कॉलोनी मूल निवासी रीवा, मार्केटिंग हैड अजय पिता अन्नपूर्णा प्रसाद तिवारी निवासी नेहरू नगर मूल निवासी रीवा, रिसर्च टीम के संजय प्रजापति पिता चक्रधारी निवासी निरंजनपुर मूल निवासी कटनी, अश््िवनी पिता राजेंद्र पाल निवासी गजराज नगर, फ्लोर इंचार्ज विजेंद्रसिंह पिता बलवंतसिंह निवासी न्यू गौरीनगर, फ्लोर मैनेजमेंट टीम के मंगल पिता मोहनलाल राठौर ििनवासी तलावली चांदा, सेल्स टीम के नवीन पिता अनिनकल कुमार निवासी निरंजनपुर, रिलेशन मैनेजर संदीप पिता जयराम बागड़ी निवासी शिवशक्तिनगर, फ्लोर मैनेजर विक्रांत पिता अशोक गुप्ता निवासी आम्बेडकर नगर, सेल्स मैनेजर सतीश पिता मथुराप्रसाद निवासी लसूडिय़ा, अविनाश पिता प्रेमलाल नागेश्वर निवासी आंबेडकर नगर, फामिद पिता अयूब खान निवासी लसूडिय़ा, अमन पिता भरत भूषण मनचंदा निवासी निपानिया, तुषार पिता कृष्णकुमार द्विवेदी निवासी लसूडिय़ा, शाहरुख पिता निशाद खान निवासी बिचौली हप्सी, सचेंद्र पिता रामगोविंद बरुआ निवासी निपानिया, शिवेंद्र पाठक पिता रोशनलाल पाठक निवासी नादिया नगर, धीरेंद्र शुक्ला पिता दीनबंधु शुक्ला निवासी शिवशक्ति नगर और अइनष पिता अनिलकुमार जैन निवासी लोकमान्य नगर को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही सैनिक को फोन लगाने वाली रिया उर्फ रुचिका गौतम, अकाउंट में पैसे डलवाने वाले सुनील परिहार व प्रतीक कश्यप तथा केवायसी बनाने वाले बलविंदर कौर को भी आरोपी बनाया है। यह सभी नौकरी छोड़कर जा चुके है।
5 महीने पहले दिया था 25 लाख कमाने का झांसा, अब 19 लाख किए आफर
एसपी पूर्व मो. यूसुफ कुरैशी व अन्य अफसरों को सैनिक राजेंद्रसिंह ने कंपनी द्वारा की जा रही धोखाधड़ी के साथ आडियो भी दिया। राजेंद्रसिंह ने पुलिस को बताया कि पहला उसका अकाउंट समीर नामक कर्मचारी देखता था लेकिन जब घाटा हुआ तो उसने फोन उठाना बंद कर दिया। फिर एक महिला कर्मचारी ने बात की। फरवरी 2019 में महिला कर्मचारी ने झांसा दिया कि अगर वे डेढ़ लाख रुपए और निवेश करते है तो वह 25 लाख का फायदा कराने की ग्यारंटी लेती है। हालांकि फायदा नहीं हुआ तो सैनिक ने शिकायत कर दी। जब पुलिस ने जांच शुरू की तो कंपनी ने शिकायत वापस करने पर उसे 19 लाख रुपए लौटाने का आफर भी दिया था।
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