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एेवजी शिक्षकों के भरासे चल रहा था चोरल डेम का सरकारी स्कूल

locationइंदौरPublished: Apr 26, 2018 11:06:32 am

Submitted by:

Sanjay Rajak

जांच में सामने आई निलंबित शिक्षक की करतूत, बडग़ोंदा पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
 

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इंदौर. न्यूज टुडे.

महू विकासखंड चोरल डेम का स्कूल नए शिक्षा सत्र में एक बार भी नहीं खुला है। स्कूल में पदस्थ शिक्षक अशोक चौहान के निलंबन के बाद शुरू हुई एसडीएम की जांच में कई खुलासे हो रहे हंै। सरकारी मुलाजिम अशोक चौहान स्कूल का मालिक ही बन गया था। स्कूल में दो एेवजी शिक्षक भी रख लिए थे, ताकि बच्चों की पढ़ाई को लेकर खानापूर्ति की जा सके। इधर मामले में बडग़ोंदा पुलिस ने शिकायत के बाद भी आज तक कार्रवाई नहंी की है।
उल्लेखनीय है कि १६ अपै्रल को महू बीआरसी संजय नेल्सन चोरल डेम स्थित शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल निरीक्षण के लिए गए थे, लेकिन यह स्कूल बंद मिला था। ग्रामीणों ने बताया था कि स्कूल अपै्रल माह में एक बार भी नहीं खुला है। इसके बाद स्कूल में पदस्थ अशोक चौहान ने बीआरसी नेल्सन से विवाद कर हाजरी रजिस्टर छीनने का प्रयास भी किया था। शिकायत के बाद महू एसडीएम ने तत्काल चौहान को निलंबित कर तहसीलदार को जांच के आदेश दिए थेबीआरसी नेल्सन ने बताया कि घटना के अगले दिन १७ अपै्रल को बडग़ोंदा थाने की डोंगरगांव चौकी पर चौहान के विरुद्ध लिखित शिकायत की थी, लेकिन आज तक उस मामले में पुलिस ने कोई कार्रवाई नहंीं की है।
जो पदस्थ थे वे आते नहीं, एेवजी ही चलाते थे स्कूल

जांच में सामने आया है कि चोरल डेम के इस स्कूल में दो अतिथि शिक्षक भी पढ़ा रहे थे, लेकिन जब स्कूल प्राचार्य नरेश वर्मा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस स्कूल में अतिथि शिक्षक की जरूरत ही नहीं है और न ही नियुक्ति की गई है। अशोक चौहान ने यहां दो एेवजी शिक्षक रखे थे, जो स्कूल संचालित करते थे। बीआरसी नेल्सन ने बताया कि गांव वालों का कहना है कि यहां पर दो अतिथि शिक्षक ही पढ़ाने आते थे, जो कि गांव से ही है। स्कूल में विभाग की ओर से अशोक चौहान, मुकेश सोलंकी और दिपाली उमरे पदस्थ हैं, लेकिन यह तीनों ही स्कूल नहंीं आ रहे हैं।
आज रिपोर्ट सौंपेंगे तहसीलदार

२४ अपै्रल को बीआरसी नेल्सन तहसीलदार के साथ स्कूल पहुंचे थे, लेकिन तब भी यह स्कूल बंद ही मिला। पूरे मामले में संभवत: आज तहसीलदार अपनी रिपोर्ट एसडीएम को सौंप देंग

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