इस साल मानसून इंदौर पर मेहरबान है। तीन-चार दिन से तो विशेष कृपा कर रखी है। झमाझम पानी गिर रहा है। इतनी तेज बरसात हो रही है कि सड़कें लबालब होने के साथ बस्तियों में भी पानी घुस गया है। इसके अलावा मौसम विभाग के संकेत है कि ये स्थिति 15 अगस्त तक बनी रह सकती है। इस बीच में तेज बरसात भी हो सकती है। अच्छी बरसात को देखते हुए लग रहा है कि अबकी बार औसत से कहीं ज्यादा पानी इंदौर में गिरेगा। प्रदूषण विभाग की मानी जाए तो औसत बरसात का आंकड़ा तो आज ही पार कर चुके हैं। रीगल तिराहा पर लगे यंत्र ने 1 जून से आज सुबह 8.30 बजे तक 38.56 इंच बरसात नाप ली है। इसका अर्थ है कि ढाई इंच ज्यादा पानी गिर चुका है क्योंकि इंदौर में औसत बरसात 36 इंच मानी गई है।
दूसरी तरफ मौसम विभाग की माने तो इंदौर में अब तक 31.94 इंच पानी गिरा है। दोनों के बीच में 6.6 इंच का अंतर आ रहा है। इसको इस ²ष्टि से भी देखा जा सकता है कि मौसम विभाग का यंत्र एयरपोर्ट पर लगा है तो प्रदूषण वालों का रीगल तिराहा पर यानी पश्चिम क्षेत्र से ज्यादा शहर के मध्य में इंद्रदेवता मेहरबान हुए हैं। मजेदार बात ये है कि 24 घंटे में हुई बरसात का आंकड़ा 1.25 इंच है, जो मौसम में पहली बार मैच खा रहा है। नहीं तो दोनों विभाग के आंकड़ों में बड़ा अंतर आता है। सामान्य तौर पर मौसम विभाग के आंकड़े प्रदूषण से कमजोर होते हैं।