दरअसल, राज्य शिक्षा केंद्र ने कक्षा पांचवीं और आठवीं की परीक्षाएं दो साल बाद ऑफ लाइन ली हैं और ये परीक्षाएं खत्म हो चुकी हैं। इनमें शामिल परीक्षार्थियों की अब उत्तर पुस्तिकाएं जांची जाना हैं। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय ने शिक्षकों की ड्यूटी भी लगाई है। शिक्षकों को कॉपियां जांचने मूल्यांकन केंद्र पर सुबह 10 बजे पहुंचना है। जबकि जिले में कक्षा पहली से चौथी और छठी और सातवीं की परीक्षा 16 अप्रैल से शुरू हो रही हैं और सुबह 8.30 बजे से 11.30 बजे तक होगी। ऐसे में शिक्षकों को सामने दुविधा है कि वे सुबह 10 बजे मूल्यांकन केंद्र पर कैसे पहुंचेंगे।
इंदौर जिले में करीब 28 हजार छात्रों ने पांचवीं और आठवीं की परीक्षा दी है। इन छात्रों की कॉपियां जांची जानी हैं। इसके लिए जिले के शासकीय अहिल्या आश्रम दो, शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल नंदा नगर सहित चार केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर अधिकतर स्कूलों के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। शिक्षकों को कहना है कि विभाग के जिम्मेदारों को इस बात की जानकारी है कि शेष कक्षाओं की परीक्षाएं हैं और इन परीक्षाओं में शिक्षकों की ड्यूटी है। ऐसे में जब परीक्षा कक्ष में 11.30 बजे तक वे मौजूद रहेंगे तो मूल्यांकन केंद्र पर सुबह 10 बजे कैसे पहुंचेंगे। अफसरों को आदेश में स्पष्ट करना था कि जो शिक्षक परीक्षा में ड्यूटी दे रहे होंगे, वे 11.30 बजे तक केंद्र पर पहुंचे सकते हैं।
इनका कहना है आदेश जारी किया गया है, लेकिन जो शिक्षक परीक्षा में ड्यूटी देंगे, वे देर से केंद्र पर पहुंच सकते हैं। उनके लिए किसी प्रकार की सख्ती नहीं रहेगी। अक्षय सिंह राठौर
डीपीसी