इंदौर की ही अंकिता यहां गुरुवार को घर पर पारिवारिक समारोह में शिरकत के लिए आईं और इस मौके पर पत्रकारों से चर्चा की। अंकिता झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर बनी कंगना रनौत की आने वाली फिल्म मणिकर्णिका में झांसी की रानी की सहयोगी झलकारीबाई का किरदार कर रही हैं। अंकिता कहती हैं, झलकारीबाई का किरदार मेरे व्यक्तित्व से बहुत मेल खाता है।
घुड़सवारी से डर
मणिकर्णिका में रोल के लिए मुझे हार्सराइडिंग सीखना पड़ी, पर मुझे इससे बहुत डर लगता है। सीखने के बावजूद मैं हमेशा डरी रहती थी। इस रोल के लिए तलवारबाजी भी सीखी। इस कैरेक्टर के लिए डायरेक्टर ने काफी रिसर्च की है और मुझे झलकारी के बारे में पढऩे को दिया, ताकि उसमें उतर सकूं।
मणिकर्णिका में रोल के लिए मुझे हार्सराइडिंग सीखना पड़ी, पर मुझे इससे बहुत डर लगता है। सीखने के बावजूद मैं हमेशा डरी रहती थी। इस रोल के लिए तलवारबाजी भी सीखी। इस कैरेक्टर के लिए डायरेक्टर ने काफी रिसर्च की है और मुझे झलकारी के बारे में पढऩे को दिया, ताकि उसमें उतर सकूं।
फिल्म कैरेक्टर पर काम करने का वक्त मिलता है
मैंने छह साल टीवी किया, इसलिए आगे तो बढऩा ही था। इसलिए फिल्म में आई। फिल्म बड़ा माध्यम है। इसमें कैरेक्टर और खुद पर काम करने का भी मौका मिलता है। इसलिए फिल्म का एक रोल जिंदगीभर याद रहता है। टीवी में डेली सोप में जल्दबाजी में काम होने से रोल पर काम करने का मौका नहीं मिलता। वैसे मैंने टीवी छोड़ा नहीं है, पर फिल्म में काम करने की बात अलग है। अगर आप क्रिएटिव हैं तो आपको हर माध्यम में काम करना चाहिए।
मैंने छह साल टीवी किया, इसलिए आगे तो बढऩा ही था। इसलिए फिल्म में आई। फिल्म बड़ा माध्यम है। इसमें कैरेक्टर और खुद पर काम करने का भी मौका मिलता है। इसलिए फिल्म का एक रोल जिंदगीभर याद रहता है। टीवी में डेली सोप में जल्दबाजी में काम होने से रोल पर काम करने का मौका नहीं मिलता। वैसे मैंने टीवी छोड़ा नहीं है, पर फिल्म में काम करने की बात अलग है। अगर आप क्रिएटिव हैं तो आपको हर माध्यम में काम करना चाहिए।
फिटनेस जरूरी
मेरा मानना है कि किसी भी काम के लिए फिटनेस जरूरी है। सभी को फिट रहने के लिए कुछ करना चाहिए। जिम न जा पाएं तो जॉगिंग या वॉकिंग करें। फ्री होती हूं तो बैडमिंटन खेलती हूं। मैं जब इंदौर में थी तब स्टेट लेवल की बैडमिंटन प्लेयर थी। मुझे पेट्स का भी शौक है और खाली वक्त उनके साथ बिताती हूं।
मेरा मानना है कि किसी भी काम के लिए फिटनेस जरूरी है। सभी को फिट रहने के लिए कुछ करना चाहिए। जिम न जा पाएं तो जॉगिंग या वॉकिंग करें। फ्री होती हूं तो बैडमिंटन खेलती हूं। मैं जब इंदौर में थी तब स्टेट लेवल की बैडमिंटन प्लेयर थी। मुझे पेट्स का भी शौक है और खाली वक्त उनके साथ बिताती हूं।