पीएससी के चयनित असिस्टेंट प्रोफेसरों की जॉइनिंग में हो रही देरी से उम्मीदवारों की नाराजगी बढ़ती ही जा रही है। वे लगातार उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी और विभाग के अफसरों से मिलकर जॉइनिंग की मांग कर रहे है। रविवार को बड़ी संख्या में ऐसे उम्मीदवार पटवारी के राऊ स्थित निवास पर पहुंचे। उन्हें बताया गया कि मंत्री भोपाल में है। इस पर उम्मीदवार घर के पोर्च (बरामदे) में ही धरने पर बैठ गए।
असिस्टेंट प्रोफेसर चुने जाने गए उम्मीदवारों में से अधिकांश निजी संस्थानों में नौकरियां कर रहे थे। चयन के बाद जॉइनिंग की उम्मीद में ये नौकरी छोड़ दी। करीब डेढ़ साल से वे जॉइनिंग लैटर का इंतजार कर रहे है। बीते दिनों ही उच्च शिक्षा विभाग ने चॉइस फिलिंग कराई। इससे उम्मीद जताई जा रही थी कि दिवाली से पहले कॉलेज अलॉट हो जाएंगे। लेकिन, महिला आरक्षण को लेकर सवाल खड़े होने के बाद फिर प्रक्रिया रूकती नजर आ रही है। इस पर स्थिति समझने ७० से ज्यादा उम्मीदवार रविवार सुबह मंत्री पटवारी के निवास पर गए। मंत्री के शहर में नहीं होने की जानकारी मिलने पर वे इंतजार करने की बात कहते हुए वहीं बैठ गए। उम्मीदवार अपने हाथों में नियुक्ति पत्र देने की मांग लिखी तख्तियां भी लाए थे। कुछ महिला उम्मीदवार अपने साथ छोटे बच्चों को भी लाई थी। उन्होंने स्टाफ से स्पष्ट कहा कि जवाब मिलने तक वे नहीं जाएंगे। करीब तीन बजे चल धरना चलने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। कुछ ही देर में राजेंद्र नगर थाने से पुलिस पहुंची और धरना देने वालों को हटाया गया। उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि वे शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे। पुलिस ने उनके साथ सख्ती की है।