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अब लुटेरों के निशाने पर बिना गार्ड वाले एटीएम दो सप्लाह में तोड़ी दो एटीएम मशीने

locationइंदौरPublished: Sep 23, 2018 05:40:10 pm

अब लुटेरों के निशाने पर बिना गार्ड वाले एटीएम दो सप्लाह में तोड़ी दो एटीएम मशीने

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अब लुटेरों के निशाने पर बिना गार्ड वाले एटीएम दो सप्लाह में तोड़ी दो एटीएम मशीने

अब लुटेरों के निशाने पर बिना गार्ड वाले एटीएम दो सप्लाह में तोड़ी दो एटीएम मशीने, फिर नहीं सुरक्षा में लापरवाही

शहर में एटीएम पर नहीं सुरक्षा, लावारिस खजाने में सेंध लगा रखे बदमाश
फोटो: आशीष शर्मा

इंदौर. शहर में १३ दिन में दो एटीएम में सेंध लगाई गई। एक एटीएम मशीन को उखाडक़र बदमाश ले जाने की कोशिश कर रहे थे जबकि दूसरी में गैस कटर की मदद से मशीन को काटा जा रहा था। दोनो घटनाओं में भले बदमाश कामयाब नहीं हुए लेकिन सवाल ये है कि लगातार वारदात के बाद भी एटीएम मशीन की सुरक्षा को लेकर कोई एक्शन प्लान नहीं बनाया जा रहा है। वर्तमान में एटीएम मशीन लावारिस खजाने की तरह हो गए है।
शहर में निजी व सरकारी बैंको के १८०० और जिले में २३०० एटीएम संचालित होते है। इनमें से करीब ८० प्रतिशत एटीएम रात के समय लावारिस हो जाते है। इनमें रात के समय कोई सिक्योरिटी गार्ड नहीं रहता। अधिकतर में तो सीसीटीवी कैमरे भी नहीं है। अधिकतर मशीनो में लाखो रुपए जमा रहते है। ऐसे में इस खजाने को बचाने के लिए कोई जिम्मेदार कदम नहीं उठा रहा। बैंक जहां सुरक्षा को अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते हुए इससे पल्ला झाड़ती है वही पुलिस हर बार घटना होने पर बैंको को पत्र लिखकर सिक्योरिटी गार्ड व कैमरे के लिए कहती है। ऐसे में ये बड़ा सवाल है कि आखिर इस खजाने की सुरक्षा का जिम्मा किसका है। लगातार हो रही वारदात के बाद एटीएम मशीनो की सुरक्षा को लेकर सोचने का समय है। शहर में छह महीने में एटीएम उखाड़ लेने की भी दो वारदाते सामने आ चुकी है। मशीन भारी होने से दोनो में उसे छोडक़र बदमाशो को जाना पड़ा। जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते अब इस लावारिस खजाने पर बदमाशो की नजर आ गई है।
छेड़छाड़ पर आता अलर्ट
सभी एटीएम मशीन ऑटोमेटिक सिस्टम से लैंस होती है। मशीन में किसी भी तरह की छेड़छाड़ होने पर बैंक वालों के साथ एटीएम मेंटनेंस संभालने वालों को अलर्ट का मैसेज आता है। अब तक किसी भी घटना में मैसेज के बाद तुंरत पुलिस को सूचना दी गई है। अब जरूरी है कि एटीएम मशीन में हूटर भी लगाए जाए ताकि मशीन तोडऩे पर तुरंत वह बजे जाए।
इन घटनाओं के बाद भी नहीं सुध

– १९ सिंतबर को तेजाजी नगर इलाके में एटीएम मशीन ही बदमाशो ने उखाड़ ली व बाहर ले आए। मशीन भारी होने से कार में उसे नहीं रख पाए तो बाहर ही छोडक़र जाना पड़ा।
– ७ सिंतबर को तिलक नगर पुलिस चौकी के पास गैस कटर से एटीएम काटने की कोशिश कर रहे थे बदमाश। लोगो को देखकर मशीन छोडक़र भागे।
– २९ अगस्त की रात एरोड्रम इलाके में बैंक में तोडफ़ोड़ कर बदमाशो ने रुपए निकालने की कोशिश की। जब वे सफल नहीं हो पाए तो चले गए।
– १२ जुलाई को मरीमाता मेन रोड पर एटीएम मशीन तोडऩे की कोशिश बदमाश कर रहा था। पुलिस आई तो घेराबंदी कर पकड़ा। पता चला कि कई एटीएम से वह बैटरी चुराता रहा है।
– १७ मई को स्कीम १३६ में एटीएम मशीन तोडऩे की कोशिश बदमाश कर रहे थे। मशीन नहीं तोड़ पाए तो भाग निकले। सीसीटीवी के बाद भी अब तक पकड़ से दूर है।
– राजेंद्र नगर इलाके में टवेरा कार सवार से आए बदमाशो ने सिलीकॉन सिटी के पास एटीएम मशीन को रस्सी की मदद से खींचकर उखाड़ लिया। मशीन ले जा नहीं पाए तो उसे छोडक़र भाग निकले।
सिक्योरिटी गार्ड रखना अनिवार्य नहीं
एटीएम मशीन में सिक्योरिटी गार्ड रखना अनिवार्य नहीं होता है। वर्तमान में एटीएम मशीन का बीमा करवा लिया जाता है। एटीएम मशीन में ऑटोमेटिक सिस्टम लगा है। बैंक चाहे तो अपने एटीएम पर सिक्योरिटी गार्ड रख सकते है।
मुकेश भट्ट, लीड़ बैंक मैनेजर

लगातार करते है आगाह

एटीएम में सुरक्षा को लेकर समय-समय पर बैंको को आगह किया जाता है। कई बार बैंक अधिकारियों से मीटिंग कर जरूरी निर्देश दिए गए है। हाल के दिनो में हुई घटनाओं को लेकर फिर से बैठक की जाएगी।
हरिनारायणाचारी मिश्र, डीआईजी

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