गुरुवार रात बाणगंगा थाना क्षेत्र के मरीमाता क्षेत्र में आरक्षक दिनेश जाटव और मनोज कौशल की गश्त थी। गश्त के दौरान दोनों रात्रि दो बजे चौराहे से गुजर रहे थे तभी नजर वहां के इंडसइंड बैंक के एटीएम पर गई। वे पास गए तो उन्हें वहां दो युवक दिखाई दिए। कुछ देर तक बाद आरक्षक एटीएम में गए तो दोनों बदमाश एटीएम तोडक़र रुपए निकालने की कोशिश कर रहे थे। आरक्षक बदमाशों को पकडक़र थाने लेकर गए। बताया जा रहा है कि उनसे रातभर कड़ी पूछताछ की गई। पहले तो बदमाश बताने को तैयार नहीं थे बाद में सख्ती दिखाई तो पता चला कि उनका अंतरराज्यीय गिरोह है। गिरोह ने कई शहरों में इस प्रकार की वारदातों को अंजाम दिया है। सूत्रों की मानें तो चंदन नगर में एटीएम में लूट और उज्जैन की की वारदात में भी इसी गिरोह का हाथ हो सकता है। पुलिस को शक है कि राजेंद्र नगर में भी हुई लूट की वारदात में भी इसी गिरोह का हाथ है। पुलिस सूत्रों की मानें तो बदमाशों ने आधा दर्जन लूट स्वीकारी है। पूछताछ में अन्य मामले भी सामने आ सकते हैं।
दो महीने पहले भी बदमाश ने पेचकस से खोल लिया था एटीएम मई में भी एक बदमाश ने लसूडिय़ा इलाके में एटीएम मशीन को पेचकस से खोल लिया था। करीब ४५ मिनट तक वह अंदर-बाहर आकर प्रयास करता रहा। जब चेकिंग में पुलिस की गाड़ी पहुंची तो वह घबराकर कर भाग निकला। पुलिस ने उसका पीछा भी किया, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया। बदमाश ने एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे को मोड़ दिया था। उसने ई सर्विलांस व इलेक्ट्रानिक्स डिवाइस के तार भी कांट दिए थे।