नींद खुली तो दिखी दो परछाई संगीता नेकिए ने बताया, अलमारी में खटपट की आवाज सुनकर मेरी नींद खुली, तो दो परछाई नजर आई। मुझे देखकर वे एकतरफ छिप गए। जब गड़बड़ लगी तो उठकर कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। मां बेबी बाई के कमरे में बेल का रिमोट है, बेल भाई सुनील के कमरे में लगी है। रात में कोई जरूरत होने पर मां बेल बजाती है तो भाई उनके कमरे में आ जाते है। मैंने मां से कहा, बेल बजाकर भाई सुनील को बुलाए। भाई उठे तो पता चला कि उनका कमरा बाहर से बंद है। बाथरूम की जाली से उन्होंने दो बदमाशो को देखा। तब फोन पर हमें कमरे में ही रहने को कहा। पुलिस के आने तक हम कमरे में ही रहे। बच्चे आयुषी व नमन भी काफी घबरा गए। गनीमत रही कि बदमाशों ने परिवार के किसी सदस्य को नुकसान नहीं पहुंचाया। घर का सामान बंगले के पीछे पड़ा मिला। पुलिस आई तब हम लोग कमरे से बाहर आए।
डेढ़ घंटे घर में रहे
सुनील ने बताया, दरवाजा बंद होने पर वे बाथरूम की खिडक़ी पर पहुंचे। यहां से मां के कमरे का गेट दिखता है। तभी उन्होंने दो बदमाशों को देखा। इसी के बाद समझ गए कि घर में चोर घुसे हैं। खुद कमरे में बंद थे, वही दूसरे कमरे में परिवार के लोग थे तो उन्होंने शोर मचाने के बजाए पुलिस को बुलाना ठीक समझा और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। कुछ ही देर में डॉयल १०० व बाणगंगा पुलिस पहुंची।
सुनील ने बताया, दरवाजा बंद होने पर वे बाथरूम की खिडक़ी पर पहुंचे। यहां से मां के कमरे का गेट दिखता है। तभी उन्होंने दो बदमाशों को देखा। इसी के बाद समझ गए कि घर में चोर घुसे हैं। खुद कमरे में बंद थे, वही दूसरे कमरे में परिवार के लोग थे तो उन्होंने शोर मचाने के बजाए पुलिस को बुलाना ठीक समझा और पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी। कुछ ही देर में डॉयल १०० व बाणगंगा पुलिस पहुंची।
बाथरूम से करते रहे बात सुनील ने बताया, बाथरूम की खिडक़ी से वे परिवार से बात करते रहे और उन्हें कमरे में ही रहने के लिए कहते रहे। परिसर में रात के समय बिजली विभाग के सिक्योरिटी गार्ड रहते है। उनके बंगले पर पुलिस गार्ड नहीं था। घर में आगे दो, पीछे एक व हॉल में एक सीसीटीवी कैमरा लगा है। कैमरे के तार बदमाशों ने काट दिए थे, इस कारण वे कैद नहीं हुए। रविवार को रेडियो शाखा के हेड कांस्टेबल जितेंद्र पाटीदार घर पहुंचे व कैमरे चालू किए। बताते है कि आसपास के बंगले के दरवाजे भी बदमाशों ने बाहर से बंद कर दिए। देर रात पुलिस आई तो इसका पता चला।
घर के पीछे मिला सामान
सुनील के पर्स से कुछ रुपए व डेबिट कार्ड, मां के कमरे से बच्चों के कुछ आर्टिफिशल जेवर व बेटी सोम्या की गुल्लक बदमाश ले गए, जिसमें एक हजार रुपए थे। सुनील व उनकी मां के कमरे से कुछ बैग उठाकर बदमाश घर के पीछे ले गए।, जिसमें कुछ उन्हें नहीं मिला तो वहीं फेंक गए। सुनील का पेंट बाहर हॉल में मिला, जबकि पर्स व अन्य सामान घर के पीछे टटोलने के बाद बदमाश छोडक़र गए।
सुनील के पर्स से कुछ रुपए व डेबिट कार्ड, मां के कमरे से बच्चों के कुछ आर्टिफिशल जेवर व बेटी सोम्या की गुल्लक बदमाश ले गए, जिसमें एक हजार रुपए थे। सुनील व उनकी मां के कमरे से कुछ बैग उठाकर बदमाश घर के पीछे ले गए।, जिसमें कुछ उन्हें नहीं मिला तो वहीं फेंक गए। सुनील का पेंट बाहर हॉल में मिला, जबकि पर्स व अन्य सामान घर के पीछे टटोलने के बाद बदमाश छोडक़र गए।
पत्नी गई है मायके सुनील की पत्नी किरण छुट्टियों के चलते बेटी सौम्या (४) व बेटा अभी (३) के साथ मायके अनूपपुर गई हैं। छुट्टियों के चलते ही करीब दस दिन से बहन सनावद से आई हुई है। घटना की जानकारी मिलने पर परिजन भी घर पहुंचे। सुनील एक साल से रेडियो एसपी के रूप में इंदौर में पदस्थ है। उज्जैन में एएसपी रहते हुए उनका ट्रांसफर यहां हुआ था।
संदेही से कर रहे पूछताछ टीआई तारेश सोनी ने बताया, बंगले के पास से एक संदेही को पकड़ा है। उसे घर पर भी लेकर गए थे। वह घटना में शामिल होने से इनकार कर रहा है। एसपी ने मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। उनके घर से कोई सामान चोरी नहीं गया।