घटना गुरुवार रात करीब 10 बजे की है। यूकी निवासी मरियम इस समय बोहरा समाज के धर्मगुरू की वाअज में शामिल होने आई है। वे सुखलिया स्थित होटल में ठहरी है। यहां उनके साथ दक्षिण अफ्रीका से आई बुजुर्ग महिला भी थी। वे गुरुवार को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सैफी नगर गई थी। रात करीब 10 बजे उन्होंने सुखलिया वापस आने के लिए एक ऑटो रिक्शा को रोका। रिक्शा में सवार होने के बाद चालक ने सुखलिया तक छोडऩे के लिए एक हजार रुपए मांग लिए। महिलाओं को किराया ज्यादा लगा, वे 400-450 रुपए देने की तैयार थी लेकिन रिक्शा चालक नहीं माना। सैफी नगर से उसे छावनी, रीगल होते हुए आगे बढऩा था लेकिन वह ट्रैफिक जाम का बहाना कर दूसरी ओर गाड़ी ले गया। रिक्शा में एक स्टीकर लगा था जिसमें रिक्शा चालक महासंंघ का हेल्पलाइन नंबर लिखा हुआ था। महिला ने अपने मोबाइल से हेल्पलाइन पर फोन कर दिया और चालक पर ज्यादा किराया वसूलने की शिकायत कर दी।
जब हेल्पलाइन पर रिक्शा का नंबर पूछा गया तो उसके बाद चालक घबरा गया। रिक्शा चालक उन्हें रिंग रोड पर ले गया और फिर रेडिसन चौराहे से सुखलिया की ओर गया। महासंघ के राजेश बिड़कर के मुताबिक अन्य सदस्य रिक्शा चालकों को सोशल मीडिया के जरिए उक्त रिक्शा चालक का नंबर दिया गया लेकिन रिंग रोड पर होने से अन्य वाहन चालक उसे तलाश नहीं कर पाई। इधर, मोबाइल पर लगातार बात जारी थी, रिंग रोड पर गाड़ी ले जाने से महिलाएं भी घबरा गई थी। महासंघ वालों ने लगातार ट्रेक किया। जब वे होटल पहुंच गई तब रिसेप्शन के लोगों की मदद से रिक्शा चालक नदीम से बात कर उसे विदेशी लोगों के इस तरह मनमाना किराया वसूलने के मामले में फटकार लगाई और पुलिस शिकायत की चेतावनी दी तब रिक्शा चालक 200 रुपए लेकर रवाना हुआ। महासंघ ने डीआईजी व आरटीओ को उसकी शिकायत की, बातचीत की रिकार्डिंग भी सौंपी है। आरटीओ ने परमिट व लाइसेंस निरस्त करने का आश्वासन दिया है।