जेल अधीक्षक अजपेर सिंह ठाकुर ने बताया कि पलक को जब जेल लाया गया तब महिला कैदियों के लिए पैरामेडिकलन स्टाफ उपलब्ध नहीं था। पलक एक फार्मासिस्ट हैं। इसके चलते उसकी सेवाएं ली थी। उसके नर्सिंग के ज्ञान के चलते पिछले दो वर्ष से जेल के अंदर रखते हुए सारे काम कर रही है। कोविड के दौरान भी उससे महिला कैदियों की सेवा की। उसकी इसी सेवा के चलते इस अवॉर्ड के लिए उसका चयन किया गया है। महिला केंदी को कार्यक्रम मे के लिए भोपाल सेंट्रल जेल शिफ्ट कर दिया गया है। कल एक कार्यक्रम के दौरान उसे यह अवॉर्ड दिया गया है। इसके अलावा एक हरियाणा की महिला सोनिया चौधरी को यह पुरस्कार दिया जाएगा।
Must See: कोरोना की तीसरी लहर और लॉकडाउन के डर से व्यापारी ने खाया जहर!
ये हैं जूरी में
पुरुकार समारोह यह सातवां वर्ष है। इस पर वर्ष जूरी में पूर्व डीजी दिल्ली सुधीर यादव, आईपीएस (सेवानिवृत) और पूर्व डीजी दिल्ली जेल अरुण कुमार गुप्ता, पूर्व डीजी, संस्थापक डॉ वर्तिका नन्दा संस्थापक थे। इस साल पूरे देश के 16 कैदियों और दो अधिकारियों को सम्मानित किया जा रहा है।
जनवरी 2019 से जेल में
संत भय्यूजी महाराज ने अपने घर मे आत्महत्या करली थी। इस मामले में पुलिस ने सेवादार विनायक, शरद और पलक को गिरफ्तार किया था। भय्यू महाराज को आरोपी ब्लैकमेल कर रहे थे। इसके चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में पुलिस ने पलक को गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया। जनवरी 2019 से वह जेल में ही बंद है।