आम्बेडकर स्मारक महू में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला दो-तीन दिन से चल रहा है। आम्बेडकर जयंती के आयोजन कल से शुरू हो गए थे। रात 12 बजे समता सैनिक दल ने स्मारक पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया और आतिशबाजी की गई। आज सुबह ७ बजे से स्मारक पर अनुयायी पहुंचने लगे। सुबह ८ बजे ध्वजारोहण कर बाबा साहेब को याद किया गया। मौके पर आम्बेडकर के पौत्र भीमराव यशवंत राव आम्बेडकर भी शामिल थे। उनके साथ स्मारक के अध्यक्ष भंते संघशील व राजेश वानखेड़े मौजूद थे। बाद में परंपरागत शोभा यात्रा निकाली, जिसमें बैंड बाजों के साथ में घोड़े और बग्घी में बौद्ध भिक्षु सवार थे। समता सैनिक दल के कार्यकर्ता पैदल मार्च करते चल रहे थे। जगह-जगह लगे मंचों से उनका स्वागत हुआ।
सीएम होंगे शामिल इधर, दोपहर में होने वाले बड़े आयोजन में मुख्यमंत्री कमलनाथ शामिल होंगे। इनके साथ इंदौर के प्रभारी मंत्री बच्चन के साथ चारों मंत्री और कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।
रेलवे ट्रैक का असर आयोजन पर महू से खंडवा रेल लाइन बंद है, जिसका सीधा असर आयोजन पर नजर आ रहा है। अनुयायी महाराष्ट्र आकोला से ट्रेन के जरिए महू पहुंचते थे, लेकिन अब ट्रेन खंडवा तक ही आ रही है। वहां से प्रशासन ने वाहनों की व्यवस्था की है, लेकिन परेशानी उठानी पड़ती है। इस वजह से श्रद्धालुओं की संख्या कम रही। इधर, स्मारक के संचालन को लेकर भी विवाद चल रहा है, जिसका असर पड़ा।
128 बाईक से प्रतिमा स्थल पर पहुंचे भाजपाई आम्बेडकर जंयति पर भाजपा के अजा मोर्चा ने आयोजन रखा। मोर्चा ने आम्बेडकर नगर से 128 बाईकों की रैली निकाली, जो गीता भवन प्रतिमा स्थल पर पहुंची। विधायक रमेश मेंदोला, मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सूरज कैरो, नगर अध्यक्ष राजेश शिरोडकर व महामंत्री संदीप भोरजार मौजुद थे। नेताओं ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। यहां से मोर्चा महू के लिए रवाना हुआ। वहां दोपहर १ बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा बनाए गए पंच तीर्थो की जानकारी दी जाएगी। ये तीर्थ महू, नागपुर, दिल्ली, मुंबई और लंदन में बनाया गया है, जिन्हें एलईडी के जरिए दिखाया जाएगा। संघ के समरसता समिति ने भी एक आयोजन रखा था। वहीं, पूर्व आईडीए अध्यक्ष शंकर लालवानी ही एक मात्र भाजपाई थे, जो सुबह प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे।