scriptबाबू-अफसर भी बन सकते हैं आरोपी | Babu officer can also be accused | Patrika News

बाबू-अफसर भी बन सकते हैं आरोपी

locationइंदौरPublished: Oct 22, 2018 11:07:21 am

Submitted by:

Sanjay Rajak

टीआर घोटाला : पुलिस एकत्र कर रही सबूत

indore

बाबू-अफसर भी बन सकते हैं आरोपी

इंदौर. न्यूज टुडे.

परिवहन विभाग के इंदौर आरटीओ कार्यालय में हुए अस्थाई रजिस्ट्रेशन घोटाले में तेजाजी नगर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। आरटीओ जितेंद्र सिंह रघुवंशी की ओर से ऑपरेटर आंनद कौशल और एजेंट गुलरेज के नाम से शिकायत की गई थी। अब पुलिस आरटीओ से मिले दस्तावेजों की जांच कर रही है, जिसके बाद जरूरत होने पर टीआर जारी करने वाले बाबू और एआरटीओ को भी आरोपी बनाया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पहले आरटीओ अस्थाई रजिस्ट्रेशन कार्ड बनाने में फर्जी रसीद लगाने का मामला उजागर हुआ था। जिसमें २७० से अधिक फाइलें ऐसी मिली, जिसमें कम टैक्स भरकर अधिक की रसीद लगाई गई थी। २० सितंबर को आरटीओ ने एजेंट गुलरेज अहमद और कप्यूटर ऑपरेटर आनंद कौशल के खिलाफ पुलिस को शिकायत की थी।
तेजाजी नगर टीआई नीरज कुमार ने बताया कि आरटीओ कार्यालय से दस्तावेज जब्त कर जांच की जा रही है। सबूत इकठ्ठे किए जा रहे हैं। इसके बाद एजेंट और ऑपरेटर की गिरफ्तारी की जाएगी। जांच में अगर कार्यालय के कर्मचारी और अफसरों की सहभागिता नजर आती है तो उन्हें भी आरोपी बनाया जाएगा।
अफसर भी कर रहे है जांच

मामला उजागर होने के बाद ट्रांसपोर्ट कमिश्नर शैलेंद्र श्रीवास्तव ने जांच के आदेश जारी किए थे। अब उक्त जांच इंदौर के तत्कालीन आरटीओ एमपी ङ्क्षसह को दी गई है। संभवत: एक दो दिन में ङ्क्षसह जांच शुरू करेंगे। ग्वालियर आरटीओ एमपी ङ्क्षसह इंदौर में भी आरटीओ रह चुके है, इसलिए माना जा रहा है कि बाबू और एआरटीओ पर गाज गिरना तय है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो