तेजाजी नगर टीआई नीरज कुमार ने बताया कि आरटीओ कार्यालय से दस्तावेज जब्त कर जांच की जा रही है। सबूत इकठ्ठे किए जा रहे हैं। इसके बाद एजेंट और ऑपरेटर की गिरफ्तारी की जाएगी। जांच में अगर कार्यालय के कर्मचारी और अफसरों की सहभागिता नजर आती है तो उन्हें भी आरोपी बनाया जाएगा।
अफसर भी कर रहे है जांच मामला उजागर होने के बाद ट्रांसपोर्ट कमिश्नर शैलेंद्र श्रीवास्तव ने जांच के आदेश जारी किए थे। अब उक्त जांच इंदौर के तत्कालीन आरटीओ एमपी ङ्क्षसह को दी गई है। संभवत: एक दो दिन में ङ्क्षसह जांच शुरू करेंगे। ग्वालियर आरटीओ एमपी ङ्क्षसह इंदौर में भी आरटीओ रह चुके है, इसलिए माना जा रहा है कि बाबू और एआरटीओ पर गाज गिरना तय है।