खतरनाक मकान को तोडऩे आए अफसर से मारपीट के मामले में पुलिस ने भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ सरकारी काम में बाधा, मारपीट और बलवे की धारा में प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी की खबर मिलते ही समर्थकों ने हंगामा कर दिया। आकाश विजयवर्गीय को जिला कोर्ट में पेश किया गया है। भारी संख्या में समर्थक नारेबाजी कर रहे हैं। एमवायएच में विधायक का मेडिकल भी करवाया गया। जिला कोर्ट 39 में आकाश विजयवर्गीय को पेश किया गया। बड़ी संख्या में भाजपा नेता कोर्ट के बाहर मौजूद हैं।
नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह ने कहा कि जिस मकान को तोडऩे की कार्रवाई आज की जा रही थी, उसे लेकर विधायक आकाश विजयवर्गीय का कहना था कि वह जर्जर नहीं है। हमने उनसे दिखवाकर कार्रवाई करने का कहा था। उन्होंने ही मकान के फोटो दिए थे, जो कि जर्जर दिख रहा है। इसलिए तोडऩे के लिए टीम पहुंची थी। निगम अधिकारी धीरेंद्र बायस के साथ मारपीट के बाद धारा 353 सहित 294, 323, 506, 147, 148 में प्रकरण दर्ज करा दिया गया है। विधायक ने जो किया वो पूरी तरह से अराजकता फैलाने का प्रयास है। नगर निगम कर्मचारियों ने आज पूर्व नगर निगम आयुक्त मनीष सिंह को भी याद किया। निगमकर्मियों का कहना था कि पूर्व में चाटाकांड के बाद हुई कार्रवाई से कर्मचारियों का मनोबल बढ़ा था।
यह है पूरा मामला जोनल अफसर धीरेंद्र बायस और असीत खरे नगर निगम की टीम के साथ जेल रोड के पास गंजी कंपाउंड स्थित एक दो मंजिला खतरनाक मकान तोडऩे पहुंचे थे। इसमें करीब पांच परिवार रह रहे थे। वैसे तो सबने मकान खाली कर दिया था, लेकिन एक किराएदार अफसरों से विवाद करने लगा। इतने में विधायक आकाश विजयवर्गीय और अफसरों से उनका विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि विधायक ने बैट उठा लिया और निगम अफसर धीरेंद्र बायस को दौड़ा-दौड़ाकर पीट दिया। उनके साथ आए कार्यकर्ताओं ने भी अफसर से मारपीट की। हंगामा होते ही क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।
अफसर को बैट से पीटने वाले भाजपा विधायक की जमानत अर्जी खारिज,जेल भेजा