आत्मनिर्भर बनने में बालाघाट के युवा अव्वल, इंदौर दूसरे नंबर पर रहा
इंदौरPublished: Jul 30, 2023 12:57:56 am
प्रधानमंत्री रोजगार सृजन: नौकरी की बजाय सरकारी मदद से स्वावलंबी बन रहे युवा


आत्मनिर्भर बनने में बालाघाट के युवा अव्वल, इंदौर दूसरे नंबर पर रहा
प्रमोद मिश्रा इंदौर. अब युवा नौकरी के लिए चक्कर लगाने के बजाय सरकारी मदद हासिल कर अपने पैरों पर खड़े हो रहे हैं। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में उद्योग केंद्रों की मदद से ऋण ले कर एक साल में प्रदेश में 15091 प्रोजेक्ट स्वरोजगार योजना के तहत शुरू हुए। सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट बालाघाट (664) में शुरू हुए। इंदौर (649) दूसरे नंबर पर है। ग्वालियर, जबलपुर को पीछे छोड़ते हुए शहडोल, नरसिंहपुर, गुना, अलीराजपुर, भिंड में ज्यादा लोगों ने आत्मनिर्भर बनने के साथ लोगों को रोजगार भी दिया। पोलोग्राउंड स्थित मुख्यालय में जनरल मैनेजर एसएम मंडलोई के निर्देशन में काम करने वाली टीम रोजगार की योजनाओं को कसौटी पर कसने के बाद बैंकों को भेजती है और बैंक लोन मंजूर करते हैं।
एमएसएमआइ यानी लघु एवं मध्यम उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए लागू प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम एक क्रेडिट लिंक सब्सिडी स्कीम है, जिसमें एमएसएमई मंत्रालय द्वारा ग्रामीण व शहरी इलाके में रोजगार के अवसर के लिए बैंक से लोन दिलाया जाता है। 20 से 50 लाख तक लोन मिलता है। इसमें 35 प्रतिशत सब्सिडी का प्रावधान है। शहर में खुद की इकाई शुरू करने पर 25 प्रतिशत और ग्रामीण इलाकों में शुरू करने पर 35 प्रतिशत सब्सिडी देते हैं यानी 50 लाख पर 17 लाख की सब्सिडी। लोग खासकर युवा योजना का भरपूर फायदा उठा रहे हैं। एक साल में प्रदेश में 15091 प्रोजेक्ट को 45934.6 लाख लोन के प्रस्ताव मंजूर हुए।
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