बैंककर्मियों ने हड़ताल के पहले दिन सुबह दस बजे से रानी सती गेट स्थित बैंक ऑफ इंडिया परिसर में एकत्रित होकर जंगी प्रदर्शन किया। यहां से फिर जुलूस के रूप में लैंटर्न होटल चौराहा, रेसकोर्स रोड, जंजीरावाला चौराहे से आगे कैथोलिक सीरियन बैंक के परिसर में पहुंचे। यहां पर हड़ताली बैंककर्मियों की सभा को मप्र बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव आलोक खरे तथा मप्र बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन के चेयरमैन मोहन कृष्ण शुक्ला ने संबोधित किया।
एक लाख करोड़ से अधिक का बैंक व्यवसाय प्रभावित
हड़ताल में शहर के दो हजार से अधिक बैंककर्मियों के शामिल होने से नगर की 670 बैंक शाखाओं में से 400 से अधिक शाखाओं में कार्य बंद रहा। इससे लगभग एक लाख करोड़ का बैंक व्यवसाय प्रभावित हुआ।
ये हैं प्रमुख मांगें- शुक्ला ने बताया कि हमारी प्रमुख मांगों में बैंकों का निजीकरण रोक उन्हें पूंजीपतियों के हवाले करने से रोकने, बैंककर्मियों की लंबित मांगों की अनदेखी करने, केंद्रीय श्रम संगठनों की मांगें, जनता की बैंक जमा पर ब्याज दर में वृद्धि करें, बैंक चार्जेज में कमी हो, युवा कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना की बहाली हो, पेंशन भुगतान का अपडेशन हो और पांच दिन का बैंक सप्ताह आदि हैं।
एक लाख करोड़ से अधिक का बैंक व्यवसाय प्रभावित
हड़ताल में शहर के दो हजार से अधिक बैंककर्मियों के शामिल होने से नगर की 670 बैंक शाखाओं में से 400 से अधिक शाखाओं में कार्य बंद रहा। इससे लगभग एक लाख करोड़ का बैंक व्यवसाय प्रभावित हुआ।
ये हैं प्रमुख मांगें- शुक्ला ने बताया कि हमारी प्रमुख मांगों में बैंकों का निजीकरण रोक उन्हें पूंजीपतियों के हवाले करने से रोकने, बैंककर्मियों की लंबित मांगों की अनदेखी करने, केंद्रीय श्रम संगठनों की मांगें, जनता की बैंक जमा पर ब्याज दर में वृद्धि करें, बैंक चार्जेज में कमी हो, युवा कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना की बहाली हो, पेंशन भुगतान का अपडेशन हो और पांच दिन का बैंक सप्ताह आदि हैं।