एडमिशन की आस में देते रहे रुपए 25 अक्टूबर को संदीप द्वारा एडमिशन के लिए दबाव डालते हुए 1 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए। संदीप ने बताया कि 28 अक्टूबर तक लिस्ट में नाम आ जाएगा। जब नाम नहीं आया तो संदीप ने कहा कि लिस्ट लेट हो रही है, कॉलेज की ओर से 4 लाख रुपए बतौर डोनेशन अलग से मांगा जा रहा है। नंवबर के पहले सप्ताह में 50 हजार और फिर 3 लाख 50 हजार रुपए का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन किया। इसके बाद संदीप ने कुरियर से रिपोर्टिंग लेटर भेजा। संदीप के कहने पर 15 नवंबर को नासिक स्थित कॉलेज आए। संदीप ने फोन पर बात करते हुए कहा कि कॉलेज की फीस बढ़ गई है, 3 लाख रुपए और लगेंगे। हम मजबूर थे, इसलिए ऑनलाइन टं्राजेक्शन कर दिया। इसके बाद संदीप ने अपना फोन बंद कर लिया।
फर्जी निकाला रिपोर्टिंग लेटर संदीप का फोन बंद आने पर हम जब कॉलेज में रिपोर्टिंग लेटर लेकर आए, तो कॉलेज प्रबंधन की ओर से बताया गया कि यह लेटर कॉलेज की ओर से जारी नहीं किया गया है, यह फर्जी है। इसके बाद जब प्रबंधन को पूरी कहानी बताई तो प्रबंधन ने कहा कि इस की ठगी के ओर लोग भी शिकार हो चुके है।
पुलिस के लगा रहे चक्कर 16 नंवबर को पूरे मामले के दस्तोवज लेकर किशनगंज थाने में प्रकरण दर्ज कराने के लिए तो वहां से शिकायती लेटर लेकर पुलिस ने रवाना कर दिया। कई बार थाने के चक्कर लगाने के बाद भी जब सुनवाई नहीं हुई तो हम एएसपी शशिकांत कनकने से मिलने गए। लेकिन वहां भी निराशा हाथ लगी।
सारे सबूत फिर भी कार्रवाई नहीं अग्रवाल ने बताया कि हमारे पास संदीप का मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, फोटो सहित सभी लेन-देन की जानकारी है, बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही है। वर्जन
– आपसे में मेरे संज्ञान में मामला आया है। मामले की जांच करवाएंगे।
भगवत सिंह विरदे, एसपी, ग्रामीण