ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) के एक दिन पूर्व गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तीन निवेश योजनाओं का श्रीगणेश करेंगे।
इंदौर. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) के एक दिन पूर्व गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तीन निवेश योजनाओं का श्रीगणेश करेंगे। बदनावर में सुजलॉन एनर्जी और सोनवाय-भैंसलाय में बालाजी वेफर्स की यूनिट का शुभारंभ करेंगे।
निवेश के श्रीगठ्ठणेश के साथ मुख्यमंत्री पीथमपुर में औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर के तहत तैयार की गई सड़कों का लोकार्पण भी करेंगे। सरकार ने इस बार समिट को उपयोगी बनाने के लिए कंपनियों से निवेश के साथ इकाइयों के भूमिपूजन कार्यक्रम की योजना बनाई है। इसी रणनीति के तहत गुरुवार को मुख्यमंत्री तीन स्थानों पर निवेश की शुरुआत करेंगे। उद्योगों को प्रदेश की प्रगति में शामिल करने के कार्य की शुरुआत आष्टा के समीप कोठरा से होगी।
सुजलॉन कंपनी के विंड एनर्जी प्रोजेक्ट की शुरुआत
यहां से 1.30 बजे मुख्यमंत्री बदनावर के ग्राम बारोली पहुंचेंगे। यहां नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में सुजलॉन कंपनी के विंड एनर्जी प्रोजेक्ट की शुरुआत होगी। यहां से मुख्यमंत्री 3 बजे राऊ के समीप सोनवाय पहुंच कर बालाजी वेफर्स के प्लांट का शुभारंभ करेंगे।
प्रदेश की विकास यात्रा में निवेशकों को सम्मिलित करने के साथ पिछले दो वर्षों में औद्योगिक क्षेत्रों में सड़कों की स्थिति सुधारी गई है। हाल ही में डीएमआईसी के जरिए नर्मदा से पानी लाने की योजना बनाई है। आज इसका भूमिपूजन होगा। धूत ट्रांसमिशन व एक अन्य कंपनी ओके के प्लांट की भी नींव रखी जाएगी। इसके लिए शिवराज 4 बजे पीथमपुर पहुंचंेगे और विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर 7 बजे इंदौर एयरपोर्ट से भोपाल रवाना हो जाएंगे।
स्मार्ट सिटी और मेट्रो प्रोजेक्ट से लुभाएंगे निवेशक
निवेशकों को लुभाने के लिए प्रदेश सरकार स्मार्ट सिटी और मेट्रो ट्रेन जैसे प्रोजेक्ट प्रदर्शित करेगी। 2006 में शुरू हुई ग्लोबल समिट की परंपरा के बाद यहां आए नए निवेशक और उनकी सफलता की कहानी बताने के लिए समिट स्थल ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर (बीसीसी) के बाहर 60 हजार वर्ग फीट में बड़ी प्रदर्शनी लगाई जा रही है। इसमें 80 कंपनियों के स्टाल होंगे। सरकार सफल और भावी प्रोजेक्ट भी निवेशकों के समक्ष प्रस्तुत करेगी।
मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट रखे जाएंगे
इसके लिए इसमें भोपाल और इंदौर के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के साथ मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट रखे जाएंगे। पर्यटन, फूड प्रोसेसिंग, माइनिंग, शहरी विकास मंत्रालय, इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी और सोलर पावर से जुड़े शासकीय प्रोजेक्ट भी रखे जाएंगे। डोम आठ ब्लॉक में बंटा होगा। सभी में प्रोजेक्ट्स की डिटेल जानकारी होगी। पिछली समिट में 15 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले मेट्रो का संभावित मॉडल प्रदर्शित किया था।