यह कहना है पॉवर योगा के लिए फेमस लॉस एंजेल्स की क्रिस्टी ला ट्रे का। वह योग के पारंपरिक रूप को सीखने के लिए इंडिया आई हूं। इस दौरान वह एमरल्ड के डायेरक्टर मुक्तेश सिंह की पुत्री उत्तरा सिंह के विशेष अनुरोध पर स्कूल स्टूडेंट्स को योगा की बारीकियां सिखाने के लिए इंदौर आई हुई हैं। ‘पत्रिका’ से बातचीत में क्रिस्टी ने बताया कि मैं 19 साल की थी तो मेरा कोलेस्ट्रॉल लेवल काफी बढ़ गया था। तब डॉक्टर ने मुझे दवाओं का सेवन करने या फिर वर्कआउट करने का ऑप्शन दिया। मैंने वर्कआउट के जरिए कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने की ठानी। योगा बॉडी को फिट और फ्लेक्सिबल बनाने के साथ मेंटल पीस भी प्रोवाइड करता है, इसलिए मैंने योगा की प्रैक्टिस स्टार्ट की।
योग से बनाएं मसल्स
योगा करने से मुझे काफी पॉजीटिव एनर्जी मिली और मैंने खुद इंटरनल ब्लिस को मससूस किया। जिससे मुझे योग करने की इंस्पीरेशन मिली और वह धीरे धीरे पैशन में चेंज हो गया। इस पैशन को आगे बढ़ाने के लिए मैंने योग की विभिन्न क्रियाओं को सीखा और फिर लोगों को इसकी ट्रेनिंग देना शुरू किया। जब लोगों को पता चलता है कि मैंने योग करके मसल्स बनाएं है तो वह आश्चर्य चकित रह जाते हैं।
योगा करने से मुझे काफी पॉजीटिव एनर्जी मिली और मैंने खुद इंटरनल ब्लिस को मससूस किया। जिससे मुझे योग करने की इंस्पीरेशन मिली और वह धीरे धीरे पैशन में चेंज हो गया। इस पैशन को आगे बढ़ाने के लिए मैंने योग की विभिन्न क्रियाओं को सीखा और फिर लोगों को इसकी ट्रेनिंग देना शुरू किया। जब लोगों को पता चलता है कि मैंने योग करके मसल्स बनाएं है तो वह आश्चर्य चकित रह जाते हैं।
योग के स्प्रीचुअल कनेक्शन को सीखने आई इंडिया
क्रिस्टी ला ट्रे ने कहा कि अब योग को इंडिया के बाहर बड़े स्तर पर अपनाया जा रहा है। मैं अमेरीका में एथलिटों को योग की ट्रेनिंग दे रही हूं और इससे उनका मोटिवेशन लेवल इंक्रीज होता है और वह ज्यादा अच्छा परफार्म कर पाते है। अभी मैं पावर योग कर रही हूं जिसमें स्प्रीचुएलिटी इन्वॉल्व नहीं है। इंडिया आने का मेरा मकसद है कि मैं योगा के स्प्रीचुअल पार्ट को समझ सकूं। योगा बॉडी, माइंड और सोल को कनेक्ट करने का काम करता है और मैं उसे महसूस करना चाहती हूं। इसके लिए मैं ऋषिकेश में होने वाले योग के स्पेशल कैंप में हिस्सा ले रही हूं।
क्रिस्टी ला ट्रे ने कहा कि अब योग को इंडिया के बाहर बड़े स्तर पर अपनाया जा रहा है। मैं अमेरीका में एथलिटों को योग की ट्रेनिंग दे रही हूं और इससे उनका मोटिवेशन लेवल इंक्रीज होता है और वह ज्यादा अच्छा परफार्म कर पाते है। अभी मैं पावर योग कर रही हूं जिसमें स्प्रीचुएलिटी इन्वॉल्व नहीं है। इंडिया आने का मेरा मकसद है कि मैं योगा के स्प्रीचुअल पार्ट को समझ सकूं। योगा बॉडी, माइंड और सोल को कनेक्ट करने का काम करता है और मैं उसे महसूस करना चाहती हूं। इसके लिए मैं ऋषिकेश में होने वाले योग के स्पेशल कैंप में हिस्सा ले रही हूं।
खुद से करें सवाल
क्रिस्टी ने कहा कि मुझे अक्सर लोग कहते है कि हम योग करना चाहते है पर हमें टाइम नहीं मिलता है। इस प्रकार के लोगों से मैं खुद से सवाल करने के लिए कहती हूं कि वह क्या चाहते है? अगर आप अपनी लाइफ में एनर्जी और फिटनेस लेवल को मेंटेन रखना चाहते है तो फिर आप को योग करने से कोई नहीं रोक सकता है। इसके लिए किसी टाइम को फॉलो करने की जरूरत नहीं है। 24 घंटें में जब भी समय मिलें, योग करना चाहिए। दिन में 10-10 मिनट के 3-4 स्लॉट निकाल सकते हैं।
क्रिस्टी ने कहा कि मुझे अक्सर लोग कहते है कि हम योग करना चाहते है पर हमें टाइम नहीं मिलता है। इस प्रकार के लोगों से मैं खुद से सवाल करने के लिए कहती हूं कि वह क्या चाहते है? अगर आप अपनी लाइफ में एनर्जी और फिटनेस लेवल को मेंटेन रखना चाहते है तो फिर आप को योग करने से कोई नहीं रोक सकता है। इसके लिए किसी टाइम को फॉलो करने की जरूरत नहीं है। 24 घंटें में जब भी समय मिलें, योग करना चाहिए। दिन में 10-10 मिनट के 3-4 स्लॉट निकाल सकते हैं।