यह अहम खुलासे चालान पेश होने के बाद भय्यू महाराज की पत्नी आयुषी ने किए हैं। आयुषी पहली बार सामने आई हैं और सिर्फ पत्रिका से चर्चा कर महाराज की आत्महत्या और उससे जुड़े पूरे घटनाक्रम को साझा किया। आयुषी बोलीं, शरद पूरी साजिश का सरगना है, जबकि पैसों पर विनायक का दबदबा था। पलक तो हमारी एक साल की बेटी को मारने की धमकी देती थी। ज्ञात रहे 12 जून 2018 को भय्यू महाराज ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने धारा 306, 384 और 120 बी के तहत विनायक, शरद व पलक पर केस दर्ज किया है। आइए आयुषी की जुबानी ही सुनते हैं साजिश की दास्तां….
महाराज के बाद मुझे जिम्मेदार ठहराने की कोशिश भय्यू महाराज, घर में नजरबंद थे। शरद व विनायक की इच्छा के खिलाफ कुछ नहीं होता था। गुरुजी ने ही बताया था कि किस तरह उन्हें परेशान किया जा रहा है। पलक घर में नहीं होती लेकिन उसकी तरफ से शरद डर दिखाता। जब चाहे जब पलक से फोन पर गुरुजी की बात कराता और वह फंसाने की धमकी देती। गुरुजी ने निराशा में एक बार कहा था, मैंने कोई गलती नहीं की लेकिन मुझे फंसाने की धमकी देे रहे हैं, यह लोग मुझे जीने नहीं देंगे। आखिर हुआ भी यही। महाराज से फ्लैट, कार, ढाई लाख रुपए महीने की मांग की जा रही थी, नहीं देने पर संपत्ति, ट्रस्ट पर कब्जे की साजिश रची। महाराज की मौत के लिए मुझे जिम्मेदार ठहराने की कोशिश की।
घर में किया नजरबंद, बेटी को मारने की दी धमकी गुरुजी की मौत के बाद सवा महीने तक विनायक घर आता-जाता रहा, लेकिन शरद ने आना ही बंद कर दिया था। मौत के तीसरे दिन कई लोगों ने चुप रहने की सलाह दी। शरद ने घर आकर कहा, पलक धमका रही है। उसका केस में नाम लिया तो वह बेटी धारा को नहीं छोड़ेगी, उठवा देगी, मरवा देगी। मैंने अपनी बात पुलिस के सामने रखी और इस बात का संतोष है पुलिस सच्चाई सामने लाई, इसके लिए उनका धन्यवाद। अब जीवन का एक ही लक्ष्य है, बेटियां कुहू व धारा को संभालना और गुरुजी के आदर्श पर ट्रस्ट की गतिविधियों को आगे बढ़ाना।