उन्होंने लाउडस्पीकर पर अजान के विवाद पर भी अपनी बात कही। लाउडस्पीकर विवाद पर जलोटा ने कहा कि अजान हो या हनुमान चालीसा, ये सब पढ़ी सुनी जानी चाहिए लेकिन इनका वॉल्यूम ऐसा हो जिससे किसी को दिक्कत न हो। ये ईश्वर को याद करने का, उनका आशीर्वाद पाने का तरीका है और यह तरीका मधुर ही होना चाहिए। इसमें चीखने का क्या काम. उन्होंने बताया कि हम भजन गाते हैं पर रात मेें 10.30 बजे तक कार्यक्रम खत्म कर देते हैं।
अनूप जलोटा ने राजनैतिक सवाल का उत्तर देते हुए यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी को अब मुद्दों की आवश्यकता नहीं है। अब यह पार्टी काम करने में लगी रहती है। मोदी और योगी की जोड़ी को अनूप जलोटा ने राम-लक्ष्मण की जोड़ी जैसी बताया। द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर अनूप जलोटा ने कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि यह फिल्म सरकार ने बनवाई है पर यह सरासर गलत है। यह तो प्रोड्यूसर-डायरेक्टर का ही फैसला था, इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है।
पद्मश्री से सम्मानित होने पर भी बिग बॉस जैसे शो में जाने के सवाल पर अनूप जलोटा का कहना था कि कभी बिग बॉस शो देखा ही नहीं था। यहां तक कि शो से बाहर आने के बाद भी बिग बॉस नहीं देखा। अनूप जलोटा ने कहा कि मैं उस शो में एक पेड हॉलिडे के लिए गया था। मैं यदि स्विट्जरलैंड में जाकर डेढ़ माह छुट्टी मनाता तो पांच-सात लाख रुपए खर्च हो जाते। बिग बॉस ने इससे कहीं ज्यादा राशि मुझे दी और छुट्टी भी मन गई। मैंने उस शो में कोई अश्लील काम नहीं किया था। यहां तक कि मैंने जसलीन का हाथ भी नहीं पकड़ा। शो के कर्ताधर्ताओं ने हमारे लिए एक ड्रीम सीक्वेंस बनाई थी जोकि स्क्रिप्टेड थी। हमें जैसा करने के लिए कहा गया वैसा ही किया। मैं जब शो के बाहर आया तो मेरी मां ने पूछा कि ये जसलीन कौन है तब जाकर मुझे पता लगा कि इस मामले में बाहर तो बड़ा बवाल हो गया है। सभी लोग इसी टॉपिक पर बात करते दिखे तो फिर मैंने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर ऐलान किया कि मैं और जसलीन के पिता मिलकर उसका कन्यादान करेंगे।
अनूप जलोटा ने कहा कि मैं भजन गायक हूं, साधारण इंसान हूं, संत नहीं हूं। मैं भजन कार्यक्रम की प्रस्तुति देने के बाद शराब भी पीता हूं। जो भी पसंद आता है वह खाता भी हूं।