बीपीसी के डिपो प्रभारी ने कमिश्रर, कलेक्टर, आईजी और एसपी को एक शिकायत की, जिसमें कहा गया है कि मांगलिया डिपो से इंदौर के साथ प्रदेश के करीब 8 जिलों के 50 प्रतिशत यानी 350 पेट्रोल पंपों को माल सप्लाय किया जाता है। नियमित 150-175 टैंकर भेजे जाते हैं। प्रदेश सरकार द्वारा ऑयल डिपो को शासकीय गुप्त बात अधिनियम १९२३ के अंतर्गत प्रतिबंधित स्थान घोषित किया गया है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने कुछ दिनों पहले थे्रट फॉर ड्रोन व यूएवी के अटैक से अवगत कराया था। उसके मुताबिक सऊदी अरबिया में तेल शोधन संस्था पर ड्रोन व यूएवी द्वारा हमला किया गया। उस तरह की घटना भारत में भी हो सकती है। बीपीसी के मांगलिया डिपो के आसपास के क्षेत्र में ड्रोन से उभरते खतरों को देखते हुए खुफिया व निगरानी तंत्र को मजबूत बनाया जाना चाहिए। ड्रोन पर रोक लगाई जाए तो अतिरिक्त गश्त की व्यवस्था की जाए। डिपो के आसपास अवांछित वाहन खड़े हो रहे हैं, दीवार से सटाकर कई अवैध दुकान व गुमटियां लग गई हैं। उससे डिपो की सुरक्षा को खतरा है। प्रभावी व कठोर कदम उठाकर तेल डिपो के आसपास सुरक्षा जोन बनाया जाएगा।
एसडीएम को जांच के निर्देश ऑयल डिपो इंचार्ज के पत्र को एडीएम बीबीएस तोमर ने काफी गंभीरता से लिया। उन्होंने तुरंत ही सांवेर एसडीएम रवीश कुमार श्रीवास्तव को जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए, ताकि कोई घटना दुर्घटना हो उससे पहले कार्रवाई की जा सके।