सीएसपी के मुताबिक कुहू के मामा मनोज निंबालकर व मामी नूतन निवासी महाराष्ट्र ने बयान में बताया, भय्यू महाराज ने आयुषी के साथ दूसरी शादी की जानकारी उन्हें भी नहीं दी थी, उन्हें बाद में पता चला। हालांकि इन्हें भी कुहू-आयुषी के बीच बोलचाल नहीं होने की पूरी जानकारी थी। भय्यू महाराज ने क्यों खुदकुशी की, इस बारे में वे कुछ नहीं बता पाए।
सीएसपी के मुताबिक भय्यू महाराज के जीजा अनिल व प्रदीप पाटिल तथा प्रदीप के बेटे पीयूष के बयान दर्ज किए हैं। प्रदीप महाराष्ट्र में हॉस्पिटल चलाते हैं बेटा उनका सहयोग करता है। दोनों बहनोइयों का कहना है, वे डेढ़-दो साल में एक बार यहां आते थे। बीच-बीच में भय्यू महाराज महाराष्ट्र जाकर बहनों से मिल लेते थे।
संत भय्यू महाराज के त्रियोदशी कर्म पर सूर्योदय आश्रम पर कीर्तन
वहीं दूसरी ओर भय्यू महाराज के निधन के बाद उनका त्रियोदशी कर्म रविवार को सूर्योदय आश्रम पर किया गया। इसके साथ ही उनके निवास स्थान शिवनेरी पर पूरा कर्म किया गया। आश्रम पर अनुयायियों ने आकर भय्यू महाराज को श्रद्धासुमन अर्पित किए। दर्शन-पूजन के लिए दिन भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
वहीं दूसरी ओर भय्यू महाराज के निधन के बाद उनका त्रियोदशी कर्म रविवार को सूर्योदय आश्रम पर किया गया। इसके साथ ही उनके निवास स्थान शिवनेरी पर पूरा कर्म किया गया। आश्रम पर अनुयायियों ने आकर भय्यू महाराज को श्रद्धासुमन अर्पित किए। दर्शन-पूजन के लिए दिन भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।
सद्गुरु दत्त पारमार्थिक ट्रस्ट सचिव तुषार पाटिल ने बताया, महाराष्ट्र और गुजरात के आश्रम से जुड़े अनुयायियों के लिए वहीं पर कार्यक्रम आयोजित करने की बात कहीं गई है। इंदौर आने पर होने वाले खर्च का इस्तेमाल महाराज के लोक कल्याण के कार्य में करने की बात कही गई है।
इस राशि से पांच हजार किसानों को बीज और 11 हजार छात्रों को शिक्षण सामग्री प्रदान करना और 1000 से अधिक पौधरोपण के कार्य किए जाएंगे। आश्रम पर भक्त मंडली ने कीर्तन किए। भारत माता मंदिर पर ब्राह्मण भोज भी आयोजित किया।