क्षेत्रीय पार्षद और एमआईसी सदस्य सुधीर देडग़े ने बताया, राजेंद्र टिंबर मार्ट के पीछे ही लकड़ी का गोदाम है, जिसके पिछले हिस्से में दरवाजे और लकड़ी पॉलिश का काम होता है। यहां बड़ी मात्रा में केमिकल रखा हुआ था। रात 9 बजे के लगभग मार्केट बंद होने के बाद यहां पर केमिकल वाले हिस्से में सबसे पहले आग लगी, जो गोदाम में फैल गई और इसकी चपेट में गोदाम के साथ ही दुकान और पास का गोदाम भी आ गया। आग की चपेट में आए लकड़ी गोदाम में मौजूद लकड़ी के बुरादे और सूखे पत्ते हवा में उड़ते हुए थोड़ी दूरी पर मौजूद दो अन्य लकड़ी गोदामों पर गिरे जिससे वहां भी आग लग गई।
जनता भी उतरी मैदान में आग बुझाने पहुंची टीमों ने पहले उस पर काबू पा लिया, लेकिन आग रह-रहकर भडक़ रही थी। आग बुझाने के काम में जनता भी मदद में जुटी रही। आसपास के रहवासियों ने गोदामों के आसपास लगे टीन शेड हटाने और लकड़ी गोदाम तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था की। वहीं टिंबर दुकान के आसपास के हिस्से में आग न फैले, इसके लिए लकड़ी और टीन शेड को हटाने का काम भी तुरंत शुरू किया गया। इस काम में नगर निगम के तीन से ज्यादा जेसीबी भी लगे रहे।