इंदौर से भाजपा सांसद शंकर लालवानी ने लोकसभा में शून्यकाल में पाकिस्तान में हिन्दू समुदाय के लोगों पर अत्याचार का मुद्दा उठाया। शंकर लालवानी ने कहा कि पाकिस्तान में हिन्दू बच्चियों का जबरन धर्मांतरण ( forcible conversion ) किया जा रहा है। पाकिस्तान में मंदिर और गुरुद्वारे तोड़े जा रहे हैं। लालवानी ने कहा कि दोनों देशों में एक-दूसरे के अल्पसंख्यकों के धार्मिक अधिकारों के संरक्षण के लिए समझौता है, लेकिन पड़ोसी देश वहां अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार कर रहा है। लालवानी ने केंद्र सरकार से इस विषय को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाने और पड़ोसी देश में इस तरह की चीजों को बंद कराने के लिए कदम उठाने की मांग की थी।
-इमरान खान ने अपने भाषण में पिक्सातन में हिन्दुओं को सुरक्षा नहीं मिलने की बात पर भी सफाई दी। लेकिन इस मुद्दे पर वे सीधी बात नहीं करते हुए नजर आए। इसके अलावा सभी नागरिकों को बगैर किसी भेदभाव के अधिकार और सुविधाएं देने की नसीहत देते हुए दिखे।
-इमरान खान का बयान ऐसे समय में आया है, जब पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग ने अपनी सालाना रिपोर्ट में हिन्दू और ईसाई लड़कियों के जबरन धर्मांतरण और शादी पर चिंता जताई थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दक्षिणी सिंध प्रांत में पिछले साल 1,000 ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।
लालवानी के निर्वाचन को चुनौती
इधर, इंदौर में सांसद शंकर लालवानी के निर्वाचन को चुनौती देने वाला मामला गर्मा गया है। कांग्रेस के पराजित प्रत्याशी पंकज संघवी ने हाई कोर्ट में यह चुनौती दी है। सोमवार को जस्टिस वंदना कसरेकर की खंडपीठ के समक्ष याचिका लगाई गई थी। इस मामले में अगली सुनवाई अगस्त में होगी। संघवी ने याचिका में लालवानी पर कई आरोप लगाए हैं। इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन ( evm ) में गड़बड़ी, वोट के लिए जनता को प्रलोभन देने का भी आरोप लगाया है।
डामोर के चुनाव को भी चुनौती
उधर, रतलाम-झाबुआ सीट के सांसद गुमान सिंह डामोर के निर्वाचन को भी पराजित प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया ने हाई कोर्ट में चुनौती दे रखी है। उनकी ओर से दायर याचिका भी सोमवार को सुनवाई के लिए लगी थी। उन्होंने भी आरोप लगाए हैं कि डामोर ने जीतने के लिए नोट बांटे हैं। ईवीएम में गड़बड़ी कर मतगणना प्रभावित गई है।