निगम के जोन क्र. 10 साकेत नगर में आने वाले वार्ड 40 में शेख शब्बीर रहता है जो कि गरीब होने के साथ अपना और अपने परिवार का पेट ठेला चलाकर भरता है। उसकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है। शब्बीर नया संपत्तिकर खाता खुलवाकर अपने घर का टैक्स भरने के लिए जोन पर पहुंचा था। यहां पर बिल कलेक्टर मोहम्मद सलमान ने उनसे 4 हजार रुपए नकद और 7 हजार 500 रुपए का चेक लिया। खाता खुलने के बाद जब शब्बीर के हाथ में संपत्तिकर के बिल की कॉपी आई तो उसमें 4 हजार रुपए की एंट्री नहीं थी। उन्होंने बिल कलेक्टर सलमान से 4 हजार रुपए के बारे में पूछा तो उसने सही ढंग से जवाब नहीं दिया और उन्हें टालता रहा।
इस पर शब्बीर ने लिखित में शिकायत आयुक्त आशीष सिंह से की। इसमें उन्होंने बताया कि वह जोन 10 पर संपत्तिकर भरने के लिए नया खाता खुलवाने गया था। बिल कलेक्टर सलमान ने मुझसे 4 हजार नकद और 7 हजार 500 रुपए का चेक लिया। साथ ही ही मुझसे कहा कि आपके खाते में पैसा जमा हो जाएगा। जब मैंने खाता खुलने के बाद उससे बिल लिया तो 4 हजार रुपए जमा होने की एंट्री नहीं थी। मैंने इस बारे में सलमान से पूछा तो उसने कहा कि 4 हजार रुपए ऊपर यानी एआरओ को देना पड़ते हैं। उन्होंने यह 4 हजार रुपए मुझसे अमित नामक युवक को दिलवाए थे, जिसे उन्होंने ऐसे काम करने के लिए अलग से एवजी के रूप में रखा है। बिल कलेक्टर के रिश्वत लेने की शिकायत मिलने के बाद आयुक्त सिंह ने जांच करवाई जो कि सही पाई गई।
इसके बाद बिल कलेक्टर सलमान को सस्पेंड कर ट्रेंचिंग ग्राउंड भेज दिया गया है। साथ ही उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। शिकायत में ऊपर तक यानी एआरओ को पैसा देने की जो बात सामने आई है, उसको लेकर भी जांच की जा रही है। इसके अलावा अमित नाम का युवक जो बिल कलेक्टर के साथ इस तरह के खेल करता था उसका पता भी लगाया जा रहा है।