राजधानी में आज प्रदेश भाजपा के चुनाव अधिकारियों की अहम् बैठक बुलाई गई है। सभी को चुनाव के तौर तरीके बता दिए जाएंगे। प्रक्रिया शुरू से पालन हो सके। वहीं पार्टी की घोषणा के हिसाब से 30 नवंबर यानी कल जिला अध्यक्षों को लेकर वरिष्ठ नेता, प्रदेश भाजपा के पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य, मंडल अध्यक्ष व जिला प्रतिनिधियों से राय ले ली जाएगी। संगठन चुनाव का जिला स्तर पर अंतिम दौर चल रहा है, जिसमें एक-दो दिन से अचानक तेजी आ गई। इसके पीछे की वजह एक अफवाह या उसे बातें भी कहा जा सकता है। पार्टी के बड़े नेताओं का संदेश है कि विकट परिस्थिति में या योग्य कार्यकर्ता नहीं मिलने या बहुत अच्छा संगठन का हक मारा जा रहा हो तो दो-चार साल को पार्टी नहीं देखेगी। फिर क्या था, ये खबर लगते ही इंदौर नगर भाजपा के दावेदारों की सूची में आधा दर्जन नाम ओर जुड़ गए।
बंधन में दौड़ से बाहर हो रहे नेताओं ने भी मैदान पकड़ लिया। उन्होंने नेताओं के यहां परिक्रमा लगाना शुरू कर दी। साथ में बहुमत जुटाने के लिए समीकरण जमाने में जुट गए। कुछ नेताओं की बात दिग्गजों को भी हजम नहीं हो रही है, क्योंकि दो-चार साल की छूट का खुलासा संगठन के किसी भी नेता ने नहीं किया। फिर भी रिश्ते निभाने के लिए वे मदद कर रहे हैं।
सुदर्शन- मैं 36 में बना था, सिंह- …तो अब क्या दिक्कत? हाल ही में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह इंदौर आए थे। उस दौरान एयरपोर्ट पर प्रदेश उपाध्यक्ष सुदर्शन गुप्ता ने सवाल पूछ लिया। कहना था कि भाई साहब उम्र पर पुनर्विचार करना चाहिए। इससे कार्यकर्ताओं में काफी नाराजी है। कई योग्य नेता बाहर हो जाएंगे। इस पर सिंह ने तपाक से जवाब दिया था कि इसके लिए आप राष्ट्रीय अध्यक्ष से जाकर मिल लो। ये बात मैंने भी रखी थीं, तब उन्होंने पूछ लिया था कि आप कितनी उम्र में जिला अध्यक्ष बन गए थे। मेरा जबाव 36 साल था तो वे बोले कि अब 36 में बन गए तो अब क्या दिक्कत आ रही है। मुझे जवाब मिल गया। ये सुनकर गुप्ता चुप हो गए। बाद में केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर से भी कुछ कार्यकर्ताओं से पूछा था, जिस पर उन्होंने भी साफ कर दिया कि इस मामले में कुछ नहीं हो सकता।