scriptअयोध्या फैसले को लेकर भाजपा संगठन ने दिए अपने नेता व कार्यकर्ताओं को ये निर्देश… जानिए | BJP gave Instructions to Leaders Regarding Ayodhya Decision | Patrika News
इंदौर

अयोध्या फैसले को लेकर भाजपा संगठन ने दिए अपने नेता व कार्यकर्ताओं को ये निर्देश… जानिए

सौहार्द बनाए रखें, ऐसी कोई हरकत नहीं होना चाहिए, जिससे बिगड़े माहौल

इंदौरNov 06, 2019 / 10:44 am

Mohit Panchal

अयोध्या फैसले को लेकर भाजपा संगठन ने दिए अपने नेता व कार्यकर्ताओं को ये निर्देश... जानिए

अयोध्या फैसले को लेकर भाजपा संगठन ने दिए अपने नेता व कार्यकर्ताओं को ये निर्देश… जानिए

इंदौर। आयोध्या में राम जन्मभूमि को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने वाला है। इसको लेकर देशभर में सरकारी महकमा सतर्क है और जनता से शांति बनाए रखने की अपील करने में जुटा हुआ है। भाजपा संगठन ने भी अपने जवाबदारों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि वे सौहार्द बनाए रखें। ऐसी कोई हरकत नहीं होना चाहिए, जिससे माहौल बिगड़े।
कल दीनदयाल भवन में संभागीय संगठन मंत्री जयपाल सिंह चावड़ा व नगर अध्यक्ष गोपी नेमा ने शहर के मंडल अध्यक्षों की बैठक बुलाई थी। शुरुआत में चावड़ा ने चर्चा में किसान आक्रोश आंदोलन के फ्लॉप होने पर समीक्षा की। पूछा गया कि आखिर क्या कारण रहा, जो इतनी कम संख्या पहुंची। सभी से उनके क्षेत्र से आए कार्यकर्ताओं की जानकारी ली गई। एक का कहना था कि खेती का समय चल रहा है और किसान बुआई करने की तैयारी कर रहे हैं।
इधर, शहरी क्षेत्र के मंडल अध्यक्षों का कहना था कि उन्होंने तो सूचना दे दी थी, फिर भी लोग नहीं पहुंचे। किसी ने जनप्रतिनिधियों पर संख्या नहीं जुटाने का ठीकरा फोड़ा। आंदोलन की समीक्षा के बाद चावड़ा मूल मुद्दे पर आ गए। कहना था कि अयोध्या फैसले को लेकर क्या करना है? ये सुनकर मंडल अध्यक्षों ने अपनी राय देना शुरू कर दी। एक ने पूछ लिया, फैसला विरोध में आया तो क्या करेंगे?
इस पर चावड़ा का कहना था कि हमारी प्राथमिकता और जवाबदारी है कि फैसला कुछ भी आए सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहना चाहिए। कोई प्रतिक्रिया जाहिर करने की आवश्यकता नहीं है। वैसे भी प्रशासन ने धारा १४४ लगा रखी है। प्रतिबंध में ऐसी कोई हरकत नहीं करना, जिससे संगठन कठघरे में खड़ा हो। हमें हमेशा शांति बनाए रखना है। किसी भी उत्साहीलाल ने हरकत की तो बख्शा नहीं जाएगा।
अभी तक तो है उम्र का बंधन
बैठक के दौरान गांधी संकल्प यात्रा के भी सुपर फ्लॉप होने का कारण पूछा गया। इस पर कार्यकर्ताओं का कहना था कि त्योहार का समय था, इसलिए जवाबदार समय नहीं दे पाए। इस पर एक मंडल अध्यक्ष ने पूछ लिया कि साहब मंडल अध्यक्ष की उम्र को लेकर जो नियम आया है, उसका क्या हुआ? क्या ३५ साल वाले ही मंडल अध्यक्ष बनेंगे, बाकी सब दौड़ से बाहर हो गए। इस पर चावड़ा ने साफ कर दिया कि अब तक तो यही निर्देश हैं, उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो