पूर्व मुख्यमंत्री चौहान भी खासे सक्रिय हैं। सांवेर में चुनावी विवाद के बाद हुई भाजपा कार्यकर्ता नेमीचंद तंवर की हत्या की खबर पर परिजनों से मिलने चौहान इंदौर आए। उनकी अगवानी के लिए संभागीय संगठन मंत्री जयपाल सिंह चावड़ा, नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा, महापौर मालिनी गौड़, विधायक महेंद्र हार्डिया, रमेश मेंदोला, जीतू जिराती, सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा, गोपालसिंह चौधरी व कमल वर्मा पहुंचे थे। आने के बाद खबर लगी कि परिजन अस्पताल के बाहर धरने पर हैं, तो अब तक पीएम भी नहीं हुआ है। इस पर उन्होंने एयरपोर्ट पर रुकना मुनासिब समझा।
नेमा ने टोका चर्चा के दौरान चुनाव की समीक्षा शुरू हो गई। इस पर जिराती ने राऊ विधानसभा को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया। कहना था कि इस बार भाजपा राऊ में करीब ३० हजार वोटों से चुनाव जीतेगी। हमारे कार्यकर्ता तो ठीक कांग्रेसियों ने भी दमदारी से हमारा काम किया है।
ये सुनकर सब चौंक गए। जिराती ने कई ओर भी खुलासे किए। इस पर नेमा ने टोक दिया। कहना था कि ये बोलना गलत है कि कांग्रेसियों द्वारा की गई मदद से हम ज्यादा वोटों से चुनाव जीतेंगे। हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत की वजह से हम चुनाव जीतेंगे।
उन्होंने अथक परिश्रम किया, जिसकी वजह से अनुकूल परिणाम आएंगे। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने भी कहा कि जीत का श्रेय कांग्रेसियों को नहीं दिया जाना चाहिए। इस पर जिराती का कहना था कि मैंने सिर्फ जानकारी दी है।
व्यवस्था जमाने पहुंचे गोपी
चौहान को भोपाल जाना था, लेकिन पीएम में लगातार देर हो रही थी। चौहान ने आखिर में एक बड़े अफसर को फोन लगाकर कहा कि पीएम में क्या इतनी देर लगना चाहिए। जल्दी करवाओ परिजनों का गुस्सा बढ़ते जा रहा है। तब तय किया कि अब अरविंदो हॉस्पिटल जाना चाहिए। वहां, कोई बवाल ना हो, जिसको लेकर गोपी नेमा को भेजा गया। नेमा ने परिजन व रिश्तेदारों से चर्चा कर चौहान को आने के संकेत दिए। अस्पताल पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की।