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सरकार के जाते ही कंफ्यूज हुए भाजपाई, कलेक्टर को था देना…तहसीलदार को दे दिया ज्ञापन

locationइंदौरPublished: Jan 01, 2019 11:40:05 am

Submitted by:

Mohit Panchal

पाला गिरने से खराब हुई फसल को लेकर ज्ञापन देने पहुंचे थे भाजपा नेता

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सरकार के जाते ही कंफ्यूज हुए भाजपाई, कलेक्टर को था देना…तहसीलदार को दे दिया ज्ञापन

इंदौर. नए कलेक्टर लोकेश जाटव को लेकर नगर भाजपा कल कन्फ्यूज हो गई। पाला गिरने से खराब हुई फसल को लेकर ज्ञापन देने पहुंची भाजपा से मिलने पहले एसडीएम आए, लेकिन कलेक्टर से मिलने की बात की गई। वे आते उससे पहले तहसीलदार पहुंच गए। भाजपाइयों को लगा ये ही नए कलेक्टर साहब हैं और ज्ञापन सौंप दिया। बाद में जब मालूम पड़ा तो टीम मिलने पहुंची।
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पाला गिरने से आलू, चना, अरहर सहित कई सब्जियों की फसल खराब हो गई। किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा दिलाने के लिए सर्वे जल्दी किया जाए। इस मांग को लेकर भाजपा ने कल कलेक्टर को ज्ञापन देने की घोषणा की। बकायदा नवागत कलेक्टर लोकेश जाटव से मिलने का कहा तो शाम ५.३० बजे का समय तय हुआ।
निर्धारित समय पर नगर भाजपा अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा, घनश्याम शेर, प्रेमनारायण पटेल, कमल वाघेला, सुमित मिश्रा, बबलू शर्मा, नेमीचंद पाटीदार और ऋषिसिंह खनूजा सहित कई नेता पहुंचे। कलेक्टोरेट के द्वार पर नारेबाजी शुरू हुई। जैसे ही कर्ज माफी बईमानी है, किसानों को मुआवजा दो…कमलनाथ हाय-हाय जैसे नारे लगना शुरू हुए वैसे ही अफसर सक्रिय हो गए।
एसडीएम प्रतुल्ल सिन्हा उनके पास पहुंचे और ज्ञापन देने की बात कही। इस पर नेमा ने कलेक्टर साहब से मुलाकात कर ज्ञापन देने का कहा। सिन्हा, कलेक्टर के कमरे में पहुंचे, उस बीच में राऊ तहसीलदार मनीष श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए। सभी को लगा कि कलेक्टर साहब आ गए, क्योंकि अब तक जाटव को किसी ने देखा नहीं था।
नारेबाजी के बीच में श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंप दिया गया और उन्होंने भी ले लिया जिसकी बकायदा फोटोबाजी की गई। ज्ञापन सौंप कर काम खत्म और प्रतिनिधि मंडल लौटने लगा। तब किसी ने बताया कि कलेक्टर के बजाए तहसीलदार को ज्ञापन दे दिया। ये सुनकर नेमा और उनकी टीम ने तुरंत यू टर्न ले लिया। सीधे कलेक्टर जाटव के कैबिन में पहुंचे। पहले नेमा अंदर पहुंचे तो बाद में टीम को बुलाकर ज्ञापन सौंपा गया।
बड़े आंदोलन की रणनीति
किसानों की समस्या को लेकर भाजपा माहौल बनाने के मूड में है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के कर्ज माफी आदेश का समय पर अमल नहीं हुआ तो उसको लेकर माहौल बनाने के लिए भाजपा बड़ा आंदोलन करेगी। इसके अलावा पाला गिरने से फसल बर्बादी का मुआवजा और बाद में प्याज की कीमतों को लेकर भी आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जा रही है। जिन बिंदुओं को लेकर कांग्रेस कोहराम मचाती थी उन सब पर अब भाजपा उसे घेरने का प्रयास करेगी।
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