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अनुच्छेद 370 पर नहीं जुटी भाजपाइयों की भीड़, केंद्रीय मंत्री को करना पड़ा इंतजार

locationइंदौरPublished: Sep 24, 2019 11:00:16 am

Submitted by:

Mohit Panchal

पिता की प्रतिष्ठा बचाने के लिए विधायक ने संभाला मैदान, अपनी बात करके कार्यक्रम छोड़ रवाना हुए मंत्री

अनुच्छेद 370 पर नहीं जुटी भाजपाइयों की भीड़,  केंद्रीय मंत्री को करना पड़ा इंतजार

अनुच्छेद 370 पर नहीं जुटी भाजपाइयों की भीड़, केंद्रीय मंत्री को करना पड़ा इंतजार

इंदौर। कश्मीर से अनुच्छेद ३७० हटाने के फैसले को लेकर केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बात रखने वाले थे। कार्यक्रम के निर्धारित समय पर गिनती के लोग ही पहुंचे। मौके पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक व उनके समर्थकों ने ताबड़तोड़ फोन लगाए। उन्हें मालूम था कि इतने लोग रहे तो केंद्रीय मंत्री के सामने विधायक के पिता की क्या बात रह जाएगी। भीड़ जुटने में करीब एक घंटा लगा तो सवा घंटे बाद कार्यक्रम शुरू हो पाया।
देशभर में भाजपा अनुच्छेद 370 व धारा 35 ए के कश्मीर से हटने के मुद्दे पर व्याख्यानमाला का आयोजन कर रही है। उसी तारतम्य में कल इंदौर के माई मंगेशकर सभागृह में आयोजन रखा गया था, जिसमें केन्द्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाईक व राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय बात रखने वाले थे। मंत्री नाईक की फ्लाइट ९ बजे थी, जिसकी वजह से किसी भी हाल में कार्यक्रम ६.३० बजे शुरू करने का तय किया गया था। जिसके लिए कार्यकर्ताओं को आधे घंटे पहले आने का समय दिया गया।
तय समय पर नाईक कार्यक्रम में आने के लिए तैयार थे, लेकिन हॉल में संख्या की जानकारी लगते ही नगर अध्यक्ष गोपी नेमा उन्हें अपने निवास पर चाय-नाश्ते के लिए लेकर चले गए। इधर, एमआईसी सदस्य चंदू शिंदे व्याख्यान में पहुंचे तो संख्या देख उन्होंने विजयवर्गीय को जानकारी दे दी। कुछ ही देर में क्षेत्रीय विधायक आकाश विजयवर्गीय पहुंच गए।
उन्हें समझ में आ गया कि कार्यक्रम फेल हुआ तो पिता की प्रतिष्ठा खराब होगी। विधायक व एमआईसी सदस्य ने फोन लगाना शुरू किए। देव से महादेव की टीम के अलावा तीन नंबर विधानसभा के सभी पार्षद व वार्ड संयोजकों को संख्या लेने का फरमान जारी किया गया। वहीं शिंदे ने दो नंबरी टीम को काम पर लगाया।
एक घंटे में हाल में लोगों की सम्मानजनक संख्या हो गई। संदेश मिलने के बाद नाईक को लेकर नेमा पहुंचे, जिसके १५ मिनट बाद विजयवर्गीय आए। कार्यक्रम शुरू कराके नाईक को बोलने के लिए बुलवा लिया गया। थोड़ी देर बात रखकर वे अपनी काफिले के साथ रवाना हो गए और बाद में विजयवर्गीय ने अपनी बात रखी।
३७० में अब सरकार क्या करेगी?
कल नाईक सुबह ११ बजे इंदौर आ गए थे। उनकी अगवानी नगर भाजपा ने की। बाद में वे महाकाल दर्शन करने के लिए उज्जैन रवाना हुए। उनके साथ कार्यालय मंत्री कमल वर्मा पूरे समय थे। उज्जैन से दोहपर ३.३० बजे लौटने के बाद वे पद्मश्री भालू मोंढे के निवास पहुंचे। मोंढे का कहना था कि जब कश्मीर की स्थिति सामान्य होगी, तब मैं वहां एलबम बनाने जाऊंगा।
यहां से वे डॉ. अपूर्व पुराणिक के निवास पहुंचे जहां पर पुराणिक की माताजी का आशीर्वाद लिया। चर्चा के दौरान माताजी ने बताया कि जनसंघ की पहली बैठक मुंबई में हुई थी, जिसमें वह शामिल थी। गांधीजी हत्या के बाद में जब संघ पर प्रतिबंध लगा था जिसके खिलाफ हमने आंदोलन भी किया था। चर्चा में माताजी ने मंत्री से ये भी पूछा कि ३७० तो हटा दी। नेता अब भी नजर बंद हैं, लेकिन जब प्रतिबंधित धारा हटेगी तो अब सरकार क्या करेगी? इस पर नाईक ने साफ कहा कि स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
ऐसे हो गई भीड़ जुटाने में चूक
आयोजन को लेकर नगर भाजपा ने चार दिन पहले सभी जवाबदारों को फोन लगा दिए थे। साथ में संदेश भी भेज दिए गए। इसके बाद मंडल अध्यक्ष व पार्षदों को दबाव नहीं बनाया गया। इसके चलते उन्होंने लोड नहीं लिया। बची कसर बरसात ने पूरी कर दी जिसकी वजह से भी कार्यकर्ता घर से नहीं निकले।
यहां से हुई भीड़ जमा
विजयवर्गीय व शिंदे के अलावा नगर भाजपा उपाध्यक्ष हरप्रीत बक्शी व बबलू शर्मा ने भी फोन लगाए। उसके बाद संख्या लाने वालों में गौरव रणदिवे व गुड्डा शुक्ला प्रमुख थे। बड़ी बात ये है कि एक, चार और राऊ से न के बराबर कार्यकर्ता पहुंचे।
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