भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के डॉ. रज्जाक पटेल का कोरोना संक्रमण उपचार के दौरान अरबिंदो अस्पताल में कल शाम इंतकाल हो गया। पूर्व में वे जिला हज कमेटी के अध्यक्ष भी थे। उनके कार्यकाल में ही इंदौर से सीधे जेद्दा की फ्लाइट शुरू हुई थी। उन्होंने इंदौर में हज हाउस बनाए जाने का मुद्दा बड़ी दमदारी से उठाया था। उसके बाद ही मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने घोषणा की थी।
बेटे डॉ. तोसिफ पटेल के मुताबिक १३ मई को डायलिसिस कराने के लिए उन्हें एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। नए नियमों के हिसाब से पहले एक्स-रे किया गया, जिसमें निमोनिया होने का संदेह हुआ, लेकिन पटेल को न तो सर्दी-खांसी थी और न बुखार था। इस पर उन्हें भर्ती कर कोरोना वायरस की जांच करने के लिए सैंपल लिया गया।
अगले दिन रिपोर्ट पॉजिविट आई, जिस पर उन्हें अरबिंदो अस्पताल में भर्ती किया गया। कल सुबह तक उनकी तबीयत ठीक थी। कल शाम इंतकाल की खबर आई, जिसके बाद आजाद नगर कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया। बताया जाता है कि उन्हें हाई शुगर थी।
कुछ नेताओं से हुई थी मुलाकात गौरतलब है कि १० से १२ मई के बीच में पटेल की मुलाकात जिला भाजपा के एक बड़े नेता से हुई थी। उनके साथ एक और भाजपाई भी मौजूद थे। ये मुलाकात नेताजी के निजी कार्यालय पर हुई थी, जिसमें काफी देर तक चर्चा चलती। आशंका जताई जा रही है कि उसके चार-पांच दिन बाद एक साथी की तबीयत खराब हुई।