सिंधिया को उज्जैन में महाकाल राजा की शाही सवारी में जाना था। अगवानी के लिए नगर भाजपा ने पहले ही 60 लोगों की सूची तैयार कर ली थी। रनवे पर मंत्री उषा ठाकुर, सांसद शंकर लालवानी, गौरव रणदिवे व राजेश सोनकर पहुंचे। आते समय अगवानी करने आए नेताओं की जानकारी दी, तो सिंधिया का कहना था कि सभी को अपनी जगह पर खड़ा रहने दें, मैं खुद सभी के पास जाऊंगा।
एक हाल में २५ लोग थे, तो दूसरे में ३५। सिंधिया सभी से मिले। प्रमुख नेताओं को वे जानते थे, जिनका नाम भी लिया। बाकी लोगों का परिचय रणदिवे व सोनकर ने कराया। एयरपोर्ट पर वे सहज और सजग भी नजर आए। दो माह पहले वे भी कोरोना से संक्रमित हो गए थे, जिसके चलते पूरे समय उन्होंने चेहरे पर मास्क लगा रखा था। कई नेताओं को उन्होंने टोका कि ठीक से मास्क लगाएं। हालांकि बाहर आने पर सिलावट समर्थकों ने उनको घेर लिया। यही स्थिति रात को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के निवास पर हुई।
मोघे, ताई व रणदिवे से मराठी में बात
राजनीति के माहिर खिलाड़ी सिंधिया को मालूम है कि कब-क्या करना है। कल एयरपोर्ट पर जैसे ही उनकी निगाह कृष्णमुरारी मोघे से मिली, वैसे ही मराठी में हालचाल पूछ लिए। मोघे ने भी मराठी में ही जवाब दिया। वहीं, रणदिवे से भी कई बार उन्होंने मराठी में ही बात की। रात को जब सुमित्रा महाजन के यहां गए तो वहां भी मराठी में ही बात करते रहे।
राजनीति के माहिर खिलाड़ी सिंधिया को मालूम है कि कब-क्या करना है। कल एयरपोर्ट पर जैसे ही उनकी निगाह कृष्णमुरारी मोघे से मिली, वैसे ही मराठी में हालचाल पूछ लिए। मोघे ने भी मराठी में ही जवाब दिया। वहीं, रणदिवे से भी कई बार उन्होंने मराठी में ही बात की। रात को जब सुमित्रा महाजन के यहां गए तो वहां भी मराठी में ही बात करते रहे।
सिंधिया को तुलसी की चिंता
गौरतलब है कि सिंधिया को अपने सबसे खास सिपहसालार तुलसी सिलावट की खासी चिंता है। विधायक रमेश मेंदोला को भी ध्यान रखने की बात कही, यही बात राजेश सोनकर, गौरव रणदिवे और सावन सोनकर से भी कही। बताया जाता है कि सभी को कहा कि सांवेर चुनाव में कोई कसर नहीं रहना चाहिए।
गौरतलब है कि सिंधिया को अपने सबसे खास सिपहसालार तुलसी सिलावट की खासी चिंता है। विधायक रमेश मेंदोला को भी ध्यान रखने की बात कही, यही बात राजेश सोनकर, गौरव रणदिवे और सावन सोनकर से भी कही। बताया जाता है कि सभी को कहा कि सांवेर चुनाव में कोई कसर नहीं रहना चाहिए।