शहर कार्यवाहक अध्यक्ष ने सदस्यता दिलाने से किया इनकार और हुई किरकिरी, एक नंबर विधानसभा के भाजपा से जुड़े नेताओं को नहीं लिया पार्टी में
भाजपा तिलक मंडल के पदाधिकारी कांग्रेस में शामिल, विरोध होने पर दो भाजपाई बाहर
इंदौर. एक तरफ जहां भाजपा तिलक मंडल के पदाधिकारी कांग्रेस में शामिल हुए हैं, वहीं एक नंबर विधानसभा के दो भाजपाई नेताओं को कांग्रेस में शामिल करने का विरोध होने पर तत्काल बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। पार्टी कार्यालय गांधी भवन में कांग्रेस की सदस्यता लेने पहुंचे भाजपा से जुड़े इन दोनों नेताओं को शहर कार्यवाहक अध्यक्ष ने सदस्यता दिलाने से इनकार कर दिया। इससे उस कांग्रेस नेता की किरकिरी हो गई, जो इन्हें कांग्रेस में शामिल कराने के लिए गांधी भवन में लेकर पहुंचे थे।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर नेताओं की दलबदल राजनीति शुरू हो गई। पिछले दिनों कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए। अब लोकसभा चुनाव को लेकर दल बदलने वाले नेता सक्रिय हो गए हैं। शुक्रवार को भाजपा तिलक मंडल के महामंत्री अब्दुल रईस खान साथियों के साथ कांग्रेस में शामिल होने गांधी भवन पहुंचे। शहर कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष किरण जिरेती के नेतृत्व में इन लोगों ने कांग्रेस की सदस्यता ली। शहर कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने उन्हें पार्टी में शामिल कर सदस्यता दिलाई।
इधर, कांग्रेस नेताओं के अनुसार भाजपा तिलक मंडल के पदाधिकारी के साथ एक नंबर विधानसभा के दो भाजपा नेता जफर खान और अकबर खान को कांग्रेस में शामिल करने के लिए पार्टी कार्यालय गांधी भवन लाया गया, लेकिन इनका विरोध हो गया। इस पर कार्यवहक अध्यक्ष बाकलीवाल ने भाजपा से जुड़े इन दोनों नेताओं को कांग्रेस की सदस्यता दिलाने से साफ इनकार कर दिया। इससे उस नेता की किरकिरी हो गई, जो इन्हें कांग्रेस में शामिल करने के लिए गांधी भवन लेकर पहुंचे थे। भाजपा से जुड़े जफर खान और अकबर खान को कांग्रेस की सदस्यता दिलाने के लिए शहर कांग्रेस कमेटी के एक प्रवक्ता लेकर आए थे, जो कि स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के खास समर्थक हैं।
कांग्रेस नेताओं के अनुसार नगर निगम चुनाव के दौरान जफर खान वार्ड क्रमांक 2 से भाजपा के उम्मीदवार थे, जो कि कांग्रेस प्रत्याशी रफीक खान के सामने चुनाव लड़े थे। उनके भाई अकबर खान एक नंबर के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता के जहां खास समर्थक रहे, वहीं विधानसभा चुनाव के दौरान तीन नंबर विधआनसभा में कांग्रेस प्रत्याशी अश्विन जोशी के खिलाफ काम किया था। इसके साथ ही दोनों भाजपा नेताओं पर आरोप है कि सिरपुर और बांक क्षेत्र में कई अवैध कॉलोनियां इन्होंने काट रखी है। विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के विरोध में काम अलग किया। इसके सहित इनके अन्य कई कारनामे बाकलीवाल के सामने आने और विरोध बढऩे पर उन्होंने जफर व अकबर को कांग्रेस की सदस्यता दिलाने के बजाय गांधी भवन आने पर हार पहनाकर विदा कर दिया।
विरोध होने पर नहीं दी सदस्यता भाजपा तिलक मंडल के अब्दुल रईस खान को साथियों सहित कांग्रेस में शामिल कर सदस्यता दिलाई है। एक नंबर विधानसभा के भाजपा नेता जफर खान और अकबर खान भी पार्टी में शामिल होने गांधी भवन आए थे, लेकिन इनका विरोध होने पर सदस्यता नहीं दिलाई। – विनय बाकलीवाल, शहर कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष