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इंदौर से भाजपा सांसद शंकर लालवानी (indore member of parliament shankar lalwani) ने इस संबध में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को इस संबंध में एक पत्र भी लिखा है। शंकर लालवानी ने यह पत्र मराठी में लिखा है।
शंकर लालवानी ने अपने पत्र में लिखा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (west bengal chief minister mamata banerjee) की तुलना सुशासन की प्रतीक माता अहिल्या से करने वालों को बगैर देरी किए माफी मांगना चाहिए। इतना ही नहीं शंकर लालवानी ने शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भी निशाने पर ले लिया।
लालवानी ने कहै है कि मैं उनसे भी पूछना चाहता हूं कि क्या वे संजय राउत के बयान से सहमत हैं। क्या वे पुण्य श्लोका माता अहिल्या की तुलना ममता बनर्जी से करने को उचित मानते हैं। भाजपा सांसद ने अपने पत्र में उद्धव ठाकरे से जवाब भी मांगा है।
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विजयवर्गीय भी भड़के
इस विवाद में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी कूद पड़े, उन्होंने संजय राउत पर निशाना साधते हुए कहा कि संजय राउत का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। उन्होंने शायद देवी अहिल्याबाई होल्कर को पढ़ा ही नहीं है और इस प्रकार से तुलना देवी अहिल्या का अपमान है और उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
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देवी मानते हैं मालवा-निमाड़ के लोग
गौरतलब है कि मालवा और निमाड़ समेत देशभर में अहिल्या बाई को देवी का दर्जा प्राप्त है। इंदौरवासी भी देवी अहिल्याबाई को पूजते हैं। यही कारण है कि इंदौरवासियों में देवी अहिल्याबाई के अपमान पर आक्रोश है। इंदौर में जब भी कभी कोई आयोजन होता है तो सबसे पहले मां अहिल्याबाई का नाम लिया जाता है। ऐसे में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से तुलना करने की बात पर इंदौर समेत मालवा-निमाड़ के लोग भड़के हुए हैं।
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