लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन की विरासत को अब शंकर लालवानी संभालेंगे। उन्होंने इंदौर लोकसभा सीट पर ९वीं बार भाजपा का परचम लहराया। इसके साथ कई और रिकॉर्ड कायम भी किए। ५ लाख ४७ हजार वोटों से जीतने के साथ में वे देश में सबसे ज्यादा वोट लाने वाले सांसद भी हैं। सांसद के शपथ विधि समारोह में भी वे अपनी अलग छाप छोडऩा चाहते हैं।
सामान्य तौर पर हिंदी व अंग्रेजी में सांसद बनने की शपथ दिलाई जाती है, लेकिन उन्होंने मालवी और सिंधी भाषा को चुना है। दोनों में ही स्क्रिप्ट तैयार करा ली है। अब किसका चयन किया जाए, इसको लेकर मंथन जारी है। मालवा में इंदौर का खासा महत्व है, जिसका वे प्रतिनिधित्व करेंगे।
लालवानी मालवा उत्सव का बड़ा आयोजन भी करते हैं। इधर, सिंधी समाज की ओर से पूरे देश में वे एक मात्र ही सांसद हैं। कुछ लोगों का मानना है कि सिंधी में शपथ लेने से समाज में अच्छा संदेश जाएगा। अब कुल मिलाकर लालवानी को ही तय करना है कि वे शपथ में किस भाषा का उपयोग करते हैं।