सांसद शंकर लालवानी कल दीनदयाल भवन पहुंचे। पहले उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के १४ में से ९ मंडल के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उस समय पूर्व विधायक मनोज पटेल, मधु वर्मा, रवि रावलिया, गोपालसिंह चौधरी, उमानारायण पटेल, घनश्याम नारोलिया सहित सभी मंडल अध्यक्ष मौजूद थे। एक -एक कर लालवानी ने सभी से परिचय किया। कहना था कि कई नेताओं को तो मैं जानता हूं, लेकिन बचे हुओं को एक-दो मुलाकात में पहचान जाऊंगा।
तुरंत दे दी सहमति : नेताओं ने लालवानी का ग्रामीण क्षेत्र में संपर्क बढ़ाने के लिए ग्रामीण मंडलों में बैठकों का प्रस्ताव रखा। जिस पर लालवानी ने तुरंत सहमति दे दी। कहना था कि ५ जून से लोकसभा सत्र शुरू हो रहा है। खत्म होने के बाद आप कार्यक्रम बना लें, मैं तैयार हूं। योजना के हिसाब से इसमें बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को बुलाया जाएगा। प्रत्येक मंडल में पांच सौ की संख्या रहेगी। बातचीत के बाद में सभी के लिए भोजन की व्यवस्था भी की जाएगी। कुल नौ विधानसभा में ५ हजार कार्यकर्ताओं को इक_ा करने का लक्ष्य रखा गया है।
बाले-बाले ही चले जाते थे : वरिष्ठ नेताओं के कहने पर ये भी तय किया गया कि ग्रामीण क्षेत्र के संगठन की सिफारिश के बाद ही लालवानी क्षेत्र का दौरा करेंगे। पूर्व में विधायकों को लेकर पीड़ा भी बताई कि वे बाले -बाले ही दौरा करके चले जाते थे। अब सरकारी आयोजन में भी संगठन के पदाधिकारियों को पहले जानकारी दी जाएगी।
2 और 4 नंबर की बेरुखी
शाम को शहरी क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से भी लालवानी ने मुलाकात की। चौंकाने वाली बात ये है कि दो और चार नंबर विधानसभा से कोई भी जवाबदार नेता व कार्यकर्ता नजर नहीं आया। वहीं, महापौर मालिनी गौड़ व विधायक रमेश मेंदोला भी नजर नहीं आए। प्रमुख नेताओं में गोपी नेमा, सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा, बबलू शर्मा, कमल वाघेला, जयंत भिसे और घनश्याम शेर थे। चर्चा के दौरान लालवानी ने साफ कर दिया कि जब भी इंदौर रहेंगे, वे दो घंटे दीनदयाल भवन बैठेंगे जहां पर वे कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर सके। इसके अलावा आम जनता के लिए कार्यालय खोला जाएगा।